स्कूल में चीखने-चिल्लाने लगीं छात्राएं, एक के बाद एक 100 छात्राएं हुईं बेहोश; दहशत का माहौल

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गुवाहाटी। असम के करीमगंज जिले के एक स्कूल में अजीब मामला सामने आया है। यहां सरकार के गुणोत्सव कार्यक्रम के दौरान अचानक छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं। पहले वे चिल्लाती और जमीन पर लोटने लगती। इसके बाद वे बेहोश हो जाती। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक तरह की मेंटल बीमारी है जिसे हिस्टीरिया कहा जाता है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब भूतों की वजह से हो रहा है। उनका कहना है कि पहले कभी स्कूल में दो लोगों की मौत हो गई थी। जिनके भूत यहां रहते हैं।

स्थानीय विधायक ने बताया कि स्कूल में 50 बच्चे बेहोश हो गए। उनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कुछ बिना इलाज के ही ठीक हो गए। उन्होंने कहा कि इसके पीछे की वजह के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने डर का माहौल देखते हुए स्कूल में गुणोत्सव के कार्यक्रम को फिलहाल रोक दिया है।

प्रार्थना का वक्त गिरने लगीं छात्राएं
रामकृष्ण नगर के रामकृष्णनगर विद्यापीठ में यह मामला सामने आया है। यहां के शिक्षकों का कहना है कि कुछ स्टूडेंट अजीब तरह का व्यवहार कर रहे थे। वे बेहोश हो गए तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहीं अगले दिन सुबह की प्रार्थना के वक्त भी ऐसा ही हुआ। कुछ और स्टूडेंट को ऐसा ही झटका आया और फिर वे बेहोश हो गईं। इससे स्टूडेंट्स मेंडर समा गया है और वे स्कूल आने को तैयार नहीं हैं।

प्रशासन का कहना है कि इस बीमारी से प्रभावित होने वाली ज्यादातर 5वीं से 9वीं क्लास तक की छात्राएं हैं। उन्हें तत्काल रामकृष्णनगर सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। गुणोत्सव कार्यक्रम के एक इवैलुएर दीपांकर दास ने कहा कि सुबह की प्रार्थना के वक्त दो छात्राएं अचानक जमीन पर लोटने लगी थीं। उन्होंने कहा, शिक्षकों ने छात्राओं को शांत कराने की कोशिश की। उन्हें सिक रूम में ले जाया गया। तभी और भी छात्राएं उसी तरह की हरकत करने लगीं। कुछ देर में वे एक दूसरे के ऊपर ही बेहोश होकर गिरने लगीं।

अडिशनल डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर करीमगंज ध्रुवज्योति पाठक ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों का कहना है कि यह मनोवैज्ञानिक समस्या है। पाठख ने कहा, हम इसे मास हिस्टीरिया नहीं कह सकते लेकिन यह सब मेंटल प्रेशर की वजह से हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि बहुत सारी छात्राओं को प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। स्टूडेंट्स के अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने गुणोत्सव को बंद करने को कहा है। डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर मृदुल यादव ने कहा कि गुणोत्सव बंद करने के बाद स्कूल को भी तीन दिनों तक के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान इस घटना की जांच की जाएगी।

लोग कर रहे भूत होने का दावा
कई पैरंट्स और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब भूत की वजह से हो रहा है। उन्होंने स्कूल परिसर में कीर्तन और अन्य पूजा पाठ भी करवाए। उनका कहना है कि स्कूल में दो लोगों की मौत हो गई थी जिनकी आत्माएँ अब भी भटक रही हैं। हालांकि स्कूल प्रशासन ने इस दावे को फर्जी बताया है।