पुदीना (Uses of Mint) का इस्तेमाल भारतीय किचन में चटनी, रायता, सलाद और यहां तक कि चाय और शरबत बनाने के लिए किया जाता है. इतना ही नहीं इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं जिसके कारण हेल्थ एक्सपर्ट भी गर्मी के मौसम में इसे खाने की सलाह देते हैं. बता दें पुदीना अपने रिफ्रेशिंग सुगंध और स्वाद के साथ कुलिंग नेचर का होता है जो बॉडी को अंदर से ठंडा रखने में मदद करता है. ऐसे में गर्मी में पुदीना की डिमांड बहुत बढ़ जाती है और इसके कारण यह काफी महंगे बिकते हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि आप इसे आसानी से अपनी खिड़की पर या बालकनी में गमले में उगा सकते हैं. इसके लिए आप यहां बताए गए इन आसान टिप्स को फॉलो कर सकते हैं.
सही गमले का चुनाव
पुदीना एक तेजी से बढ़ने वाला पौधा है, इसलिए कम से कम 6-8 इंच व्यास वाला गमला चुनें. सुनिश्चित करें कि गमले में जल निकासी के लिए नीचे छेद हो.
मिट्टी तैयार करें
पुदीना उगाने के लिए भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है ताकि इससे अच्छी तरह से मिट्टी निकल सके. आप बागवानी केंद्र या नर्सरी से जड़ी बूटियों के लिए तैयार मिश्रण खरीद सकते हैं. या घर पर ही बराबर मात्रा में गमले की मिट्टी, नारियल का भूसा और वर्मीकम्पोस्ट का मिश्रण बना सकते हैं.
पुदीना की कटिंग या बीज लगाएं
पुदीने के एक स्वस्थ पौधे से 4-6 इंच लंबी ताजी कटिंग लें. निचली पत्तियों को हटा दें और कटिंग को कुछ घंटों के लिए पानी में रख दें. फिर, कटिंग को गमले की मिट्टी में लगभग 2 इंच की गहराई में लगाएं और मिट्टी को हल्के से दबा दें. वहीं यदि आप बीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके लिए मिट्टी की सतह पर बीजों को समान रूप से छिड़कें और इसे हल्की मिट्टी से ढक दें. ध्यान दें कि बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसलिए उन्हें पूरी तरह से न ढकें.
पानी की इतनी मात्रा जरूरी
पुदीने को बढ़ने के लिए बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है लेकिन ध्यान रखें कि इसके गमले की मिट्टी हमेशा नम रहे. आप हर कुछ दिनों में एक बार मिट्टी की ऊपरी परत को छूकर जांच कर सकते हैं कि मिट्टी सूखी है या नहीं.
धूप और तापमान
पुदीना को दिन में लगभग 6-8 घंटे धूप की आवश्यकता होती है. हालांकि, बहुत तेज धूप से बचाव करें. पुदीना ठंडे तापमान को सहन नहीं कर सकता है, इसलिए इसे ठंड से बचाएं.
इन बातों का रखें ध्यान
पुदीना तेजी से बढ़ता है और आसपास के पौधों को फैल सकता है. ऐसे में इसे एक अलग गमले में लगाना या क्यारी में लगाते समय अन्य पौधों से पर्याप्त जगह देना जरूरी होता है. अच्छी ग्रोथ के लिए पुदीना के पौधे को हर 4-6 सप्ताह में एक बार जैविक खाद, जैसे वर्मीकम्पोस्ट डालें.