डिजिटल मोड में आई हरियाणा विधानसभा, डाटा लीक होने की जिम्मेदारी विधायकों की

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चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में पहली बार सदन डिजिटल मोड में चलेगा। सदन में हर विधायक की सीट के सामने टैबलेट लगाया गया है जिसे एक ही जगह पर ऊपर-नीचे या दायें-बायें आसानी से किया जा सकेगा। अपनी बात रखते समय किसी तरह का व्यवधान न पड़े, इसके लिए प्रत्येक बेंच पर दो माइक लगाए गए हैं, जिनकी ऊंचाई भी बढ़ाई गई है।

हरियाणा विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र सोमवार को दोपहर दो बजे से शुरू होगा। इससे पहले सुबह 11 बजे से विधायकों को डिजिटल विधानसभा का अभ्यास कराया जाएगा। विधायकों को बताया जाएगा कि कैसे सदन की कार्यवाही में शामिल होना है।

विधायकों की सीट पर फिक्स किए गए टैबलेट में सदन से संबंधित दस्तावेज, विधेयक, प्रश्नकाल व ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सहित अन्य महत्वपूर्ण कागज-पत्र एक क्लिक से खुलेंगे। इसके अलावा सभी विधायकों को विधानसभा द्वारा पहले से दिए गए टैबलेट और मोबाइल फोन पर पोर्टल का लिंक दिया जाएगा, जिसे वह अपनी लागिन आइडी से खोल सकते हैं।

विधायकों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि वह अपनी लागिन आइडी और पासवर्ड किसी को शेयर न करें। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि साइबर अटैक का सवाल ही पैदा नहीं होता, अगर विधायक लागिन आइडी और पासवर्ड किसी से साझा न करें।

सदन में पहली बार लगाईं चार एलईडी स्क्रीन, आसानी से दिखेगी कार्यवाहीविधायकों की सुविधा के लिए सदन में चार बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं जिन पर सदन की पूरी कार्यवाही लाइव दिखेगी। सदन में किस विधायक ने कितनी देर अपनी बात रखी और उसे बोलने का कितना समय मिला, यह सब स्क्रीन पर दिखेगा। साथ ही एलईडी पर सदन पटल पर रखे जाने वाले सवाल-जवाब और दस्तावेज भी नजर आएंगे।

विधायकों के सुझाव पर माइकों में तबदीली की गई हैं। पहले एक सीट पर केवल एक ही माइक होता था, जिसके विधायकों को अपनी बात रखने में परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस बार प्रत्येक सीट पर दो माइक लगाए गए हैं। इससे विधायक न केवल सहजता के साथ अपनी बात सदन में रखेंगे, बल्कि विधायकों की उस समस्या का भी निदान किया गया है, जिसमें अक्सर बोलने न देने का मुद्दा उठाते थे।

विधायकों की मदद के लिए तैयार रहेंगे कर्मी

ई-विधानसभा में सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा परिसर में ई-सेवा केंद्र स्थापित किया गया है। यहां पर कोई भी विधायक या स्टाफ का कर्मचारी ई-सेशन से जुड़ी जानकारी ले सकता है। मानसून सत्र में विधायकों को टैब संचालन संबंधित किसी भी परेशानी न आए, इसको लेकर विधानसभा कर्मियों को तैनात किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि मानसून सत्र की कार्यवाही पूरी तरह डिजिटल मोड में होगी। पिछले 50 सालों का पूरा रिकार्ड भी डिजिटल होगा। इसको लेकर ई-लाइब्रेरी बनाई जाएगी। विधानसभा का सारा रिकार्ड विधायकों के टैबलेट व मोबाइल पर भी एक क्लिक से दिखाई देगा।

विस के पूरे रिकार्ड को डिजिटल करने में तकरीबन एक साल का समय लगेगा। विधायकों को सदन की कार्यवाही संचालन के साथ ही पिछले सत्रों से संबंधित दस्तावेज, विधेयक, जनहित मुद्दों पर चर्चा और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों से जुड़ा तमाम रिकार्ड नजर टैबलेट और मोबाइल पर दिखेगा। मानसून सत्र में विधायकों को पहले की तरह कागज-पत्र भी दिए जाएंगे, ताकि उन्हें कोई दिक्कत न हो।