जयपुर। राजस्थान में हुए शहरी स्थानीय निकाय उपचुनाव के परिणाम सोमवार को घोषित किए गए। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस ने चार सीटों पर दर्ज की। आठ सीटें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खाते में गयीं। वहीं दो सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने बताया कि राज्य के 12 जिलों में 14 सीटों पर नगरीय निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं पर उप चुनाव सात मई (रविवार) को करवाए गए थे। इसके परिणाम सोमवार को घोषित किए गए। आयोग ने आधिकारिक तौर पर देर रात परिणाम जारी कर दिए।
सीपी जोशी ने दी बधाई
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई देते हुए कहा कि लोगों ने राज्य में कांग्रेस शासन के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने कहा कि नगर निकाय उपचुनावों के परिणामों ने साबित कर दिया गहलोत सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है। जोशी ने कहा कि निकाय उपचुनावों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है, कुल 14 सीटों में से अकेली बीजेपी को आठ सीटों पर जीत मिली है, कांग्रेस मात्र चार सीटों पर सिमट गई. यह 2023 के विधानसभा चुनावों का रुझान है।
सरकार के कामकाज का आंकलन नहीं
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शहरी निकाय के चुनाव परिणाम से गहलोत सरकार के कामकाज का आंकलन नहीं किया जा सकता है। क्योंकि उपचुनाव स्थानीय स्तर पर लड़े गए थे। राजस्थान में विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया। ऐसे में चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए खतरे के लिए घंटी नहीं है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव परिणाम से साफ संकेत है कि पार्टी में स्थानीय स्तर पर गुटबाजी ज्यादा है। कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आई है।