अभी-अभी: हरियाणा सरकार का किसानों को बड़ा तोहफा, जानकर उछल पड़ेंगे आप

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चंडीगढ़। हरियाणा में अगले चार वर्षों में विभिन्न एजेंसियों द्वारा खरीदी गई फसलों के भण्डारण के लिए 31.10 लाख मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम व स्टील साइलो बनाए जाएंगे। यह जानकारी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान एक सदस्य द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में दी।

डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में खरीद एजेंसियों की कवर्ड क्षमता को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाने के लिए नये गोदामों और स्टील साइलो का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य की खरीद एजेंसियां, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड, हरियाणा स्टेट वेयरहाउसिंग कारपोरेशन व भारतीय खाद्य निगम केंद्रीय पूल के लिए खाद्यान्नों की खरीद करती हैं। इन सभी एजेंसियों के पास लगभग 90.74 लाख मीट्रिक टन कवर्ड भण्डारण क्षमता है।

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि खरीद एजेंसियों द्वारा प्रत्येक वर्ष करीब 70 से 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 55 से 65 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जाती है। इसके अलावा, एजेंसियों द्वारा बाजरा और मक्का भी खरीदा जाता है।
उन्होंने बताया कि इस बार रबी सीजन 2021-22 के दौरान भारतीय खाद्य निगम सहित राज्य की अन्य खरीद एजेंसियों द्वारा 84.93 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। इस स्टॉक में से 31 जुलाई 2021 तक 14.64 लाख मीट्रिक टन गेहूं का राज्य से उठान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि भण्डारण क्षमता की कमी के कारण कुछ खाद्यान्न को मंडी शेड में रखा गया है। केंद्रीय पूल की मांग के अनुसार इस खाद्यान्न का शीघ्र उठान किया जा रहा है।

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का हिसार में 16632 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शेष करीब 24,000 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम का निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। इसके अलावा, हैफेड के 4.41 लाख मीट्रिक टन और हरियाणा स्टेट वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के 2.40 लाख मीट्रिक टन के गोदाम भी निर्माणाधीन है, जिनका कार्य शीघ्र पूरा हो जाएगा।

उन्होंने आगे जानकारी दी कि कृषि व सिंचाई विभाग की रोहतक जिला के गांव नयावास, कैथल जिला के गांव संतोख माजरा, हिसार जिला के हांसी और करनाल की लगभग 45 एकड़ भूमि को गोदाम बनाने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को हस्तांतरित किया जा रहा है। इन गोदामों की 1.50 लाख मीट्रिक टन भण्डारण क्षमता होगी।