अभी अभीः चीन में सैन्य तख्तापलट के बीच नजर आए जिनपिंग, दिखे ऐसे हाल में

Just now: Jinping appeared in the middle of a military coup in China, seen in such a condition
Just now: Jinping appeared in the middle of a military coup in China, seen in such a condition
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President Xi Jinping: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग उज्बेकिस्तान में SCO समिट से वापस आने के बाद मंगलवार को पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए. शी जिनपिंग ने इस महीने की शुरुआत में दो साल से अधिक समय में अपनी पहली विदेश यात्रा की थी.

सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में चीन की उपलब्धियों के बारे में मंगलवार को शी जिनपिंग ने मास्क पहनकर बीजिंग में एक प्रदर्शनी का दौरा किया. शी की सार्वजनिक उपस्थिति 16 सितंबर की आधी रात को उज्बेकिस्तान से बीजिंग लौटने के बाद आई है. उस यात्रा से पहले चीनी नेता आखिरी बार जनवरी 2020 में विदेश गए थे, जब उन्होंने म्यांमार का दौरा किया था.

जुलाई में चीनी राष्ट्रपति को दो सप्ताह तक सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया था. जैसा कि बाकी दुनिया कोरोना वायरस के साथ रहने की आदत डाल चुकी है, लेकिन चीन कोविड ज़ीरो नीति पर अड़ा हुआ है जिसका उद्देश्य संक्रमण को खत्म करना है.

सैन्य तख्तापलट की थी अफवाह

चीनी राष्ट्रपति सार्वजनिक रूप स तब नजर आए हैं जब चीन में सैन्य तख्तापलट की अफवाह चल रही थी. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, भ्रष्टाचार के लिए वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के एक समूह को जेल में बंद किए जाने के बाद शी जिनपिंग के घर में नजरबंद होने की अजीबोगरीब अफवाह उड़ाई गई, जिसका खंडन किया गया.

एक चीनी अदालत ने पिछले हफ्ते सार्वजनिक सुरक्षा के पूर्व उपमंत्री सुन लिजुन, पूर्व न्याय मंत्री फू झेंगहुआ और शंघाई, चोंगकिंग और शांक्सी के पूर्व पुलिस प्रमुखों को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेज दिया था. फू और पुलिस प्रमुखों पर राजनीतिक गुट का हिस्सा होने और शी के प्रति निष्ठाहीन होने का आरोप लगाया गया था.

सरकारी मीडिया ने रविवार को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की केंद्रीय समिति के प्रतिनिधियों की सूची की घोषणा की, जिनकी संख्या लगभग 2,300 थी, जिन्हें अंतिम रूप दिया गया था. शी को सूची में शामिल करने से सोशल मीडिया पर उन अफवाहों का खंडन हुआ जो 24 सितंबर से सैन्य तख्तापलट के बाद से घूम रही थीं.

द गार्जियन ने बताया कि निराधार दावों, सैन्य वाहनों के बिना स्रोत वाले वीडियो के साथ और ज्यादातर बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द करने पर आधारित थे, लेकिन ट्विटर पर ट्रेंड करना शुरू होने से पहले नहीं. चीन के सोशल मीडिया पर तख्तापलट की अफवाहों का कोई विशेष उल्लेख नहीं था, लेकिन सप्ताहांत में 200,000 से अधिक लोगों ने देशभर के हवाईअड्डों से उड़ानें रद्द होने संबंधीत एक वीबो हैशटैग देखा.