चंडीगढ़। हरियाणा में 30 नवंबर से पहले-पहले पंचायत चुनाव कराए जा सकेंगे। हालांकि पहले यह समयसीमा 30 सितंबर थी, लेकिन पिछड़ा वर्ग को दिए गए आरक्षण तथा वार्डों की नए सिरे से सीमाबंदी की वजह से चुनाव में देरी हो रही है। इसी देरी की वजह से हरियाणा राज्य चुनाव आयोग ने सरकार को पत्र लिखकर 30 नवंबर से पहले-पहले चुनाव कराने की बात कही है। पंचायत चुनाव चार चरणों में होने हैं। माना जा रहा है कि 10 अक्टूबर को राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह पंचायत चुनाव का शेड्यूल घोषित कर सकते हैं। भाजपा ऐलान कर चुकी है कि वह जिला परिषद को छोड़कर कोई चुनाव सिंबल पर नहीं लड़ेगी। जिला परिषद चुनाव भी सिंबल पर लड़ने का अंतिम फैसला भाजपा की चुनाव समिति की बैठक में होगा। दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ शुक्रवार को चंडीगढ़ में पंचायत चुनाव पर चर्चा कर सकते हैं। साथ ही दूसरे दलों के कुछ नेताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई जा सकती है।
भाजपा पंच, सरपंच व ब्लाक समिति पद सिंबल पर नहीं लड़ेगी
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि भाजपा पंच, सरपंच और ब्लाक समिति पद के लिए सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के बारे में हमने प्रबंधक लगाए, हर जिले में बैठकें हुईं, कार्यकर्ताओं की राय ली गई, तब यह निर्णय लिया गया। धनखड़ ने कहा कि जिला परिषद के चुनाव सिंबल पर लड़ा जाए या नहीं इस पर दोनों विचार कार्यकर्ता को देना है। उन्होंने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद इलेक्शन कमेटी जो कि हमारी ऊपरी बाडी है उसकी बैठक बुलाई जाएगी। उसी में इस विषय पर जो निर्णय होगा उसे साझा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन भी तभी उसी दिशा में तय होगा, अगर हम सिंबल पर जाते हैं तो अगली बात होगी वरना इस विषय का कोई औचित्य नहीं। धनखड़ वीरवार को कैथल में नए जिला कार्यालय कपिल कमल का उद्घाटन के बाद प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।