प्यार और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसी 300 से अधिक लड़कियां, कॉन्वेंट स्कूल के स्टूडेंट करते थे ऐसा काम

More than 300 girls trapped in the trap of love and blackmailing, convent school students used to do such work
More than 300 girls trapped in the trap of love and blackmailing, convent school students used to do such work
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आगरा: यूपी के आगरा जिले में कॉलेज की लड़कियों को ब्लैकमेल करने वाले गैंग का पर्दाफाश हो गया है। लड़कियों को ब्लैकमेल करने वाले आरोपी भी छात्र हैं और वह सब नाबालिग हैं। पकड़ी गई गैंग के पास से पुलिस ने लैपटॉप-मोबाइल के अलावा 300 से ज्यादा कॉलेज स्टूडेंट्स की न्यूड तस्वीरें-वीडियो बरामद की हैं। बता दें कि ब्लैकमेलिंग से परेशान एक लड़की NGO की मदद से थाने तक पहुंची। केस दर्ज होने के बाद जब मामले की जांच की गई तो यह मामला सामने आया। ये गैंग कब से एक्टिव है। क्या ये डेटा किसी पोर्न साइट पर बेचा जा रहा और इनके चुंगल में कितनी लड़कियां फंसी है। पुलिस इस गिरोह के बारे में जानकारी जुटा रही है।

अंजान नंबरों से फोन कर किया ब्लैकमेल
इस मामले में पुलिस ने अब तक 34 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। जिसमें से 9 छात्रों के बारे में पुलिस ने जानकारी हासिल कर ली है। शास्त्रीपुरम इलाके के एक कॉन्वेंट स्टूडेंट ने करीब 2 महीने पहले NGO से संपर्क किया। छात्रा ने बताया कि पास के स्कूल में 12वीं का छात्र उसका ब्वॉयफ्रेंड था। मिलने के दौरान छात्र सेल्फी के बहाने उसकी फोटो और वीडियो लेता रहता था। इसके कुछ महीने बाद एक अंजान नंबर से छात्रा के पास फोन आता है और फोन करने वाले उसकी न्यूड तस्वीर-वीडियो का हवाला देते हुए ब्लैकमेल करता है। पूछने पर पता चलता है कि छात्रा के ब्वॉयफ्रेंड से फोटो और वीडियो मिली हैं। जब पीड़िता ने प्रेमी से संपर्क करना चाहा तो उसने पल्ला झाड़ लिया।

NGO ने किया पुलिस से संपर्क
इसके बाद ब्लैकमेल करने वाला लड़का पीड़िता पर मिलने का दबाव बनाने लगा। इसके बाद उसके नंबर पर कई लड़कों के कॉल आने लगे। जब पीड़िता ने अपनी दोस्त को मामले की जानकारी दी तो पता चला कि उसके साथ भी ऐसा हुआ है। फोन का डेटा हैक होने के शक के साथ न्यूड वीडियो-तस्वीरों के माध्यम से उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। फिर छात्राओं ने पुलिस से मदद लेने के बजाय NGO को सूचना दी। क्योंकि छात्राओं को डर था कि उनकी तस्वीर और वीडियो वायरल न हो जाएं। जिसके बाद NGO ने पुलिस से संपर्क किया तो मामले की जांच शुरू हुई। जांच में एक बड़े रैकेट से पर्दा उठ गया। पुलिस को इस मामले में शामिल 9 लड़कों का नाम-पता मिल गया है।

पुलिस कर रही मामले की पड़ताल
NGO के शख्स के अनुसार, आरोपियों के लैपटॉप में 300 लड़कियों का न्यूड डेटा है। जिसके बाद NGO ने बाल आयोग और महिला आयोग समेत अन्य जगहों पर भी मामले की शिकायत की है। पीड़िता ने बताया कि एडिटेड अश्लील फोटो और कुछ चैटिंग के स्क्रीन शॉट के जरिए आरोपी उसका शारीरिक शोषण करना चाहते थे। वहीं विरोध करने पर उठाकर ले जाने की धमकी दी जाती थी। छात्राओं ने डर के कारण परिजनों से शिकायत नहीं की। थाना सिकंदरा प्रभारी आनंद कुमार शाही ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। साइबर सेल सभी बिंदुओं की पड़ताल कर रही है।