अभी अभीः राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे सचिन पायलट! मिल गया सबसे बडा संकेत

Now now: Sachin Pilot will be the Chief Minister of Rajasthan! got the biggest signal
Now now: Sachin Pilot will be the Chief Minister of Rajasthan! got the biggest signal
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जयपुर: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट की किस्मत अब चमकने वाली है। अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर वे मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देंगे। इसके बाद सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक पायलट इसी टर्म में राजस्थान के मुख्यमंत्री होंगे। बेशक सचिन पायलट यंग लीडर होने के साथ एक ब्रिलिएंट पर्सनल्टी भी हैं। राजनीति से जुड़े हर विषय पर उन्हें बखूबी जानकारी है और वे बेबाक अंदाज हर सवाल का जवाब भी देते हैं। पायलट भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए चेन्नई पहुंच रहे हैं। वे राहुल गांधी के साथ पैदल मार्च में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना तय हो गया है। कांग्रेस एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू है। पूर्व में भी कई नेताओं को एक से अधिक पद होने पर अन्य पदों से इस्तीफा देना पड़ा था। अशोक गहलोत भी ऐसा ही करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के कुछ दिन बाद वे राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। गहलोत को गुजरात में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों पर भी पूरा फोकस रखना है। गहलोत के इस्तीफा देने के बाद पायलट को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलना तय हो गया है।

पायलट के अलावा किसी और को सीएम बनाकर रिस्क नहीं लेना चाहती कांग्रेस
पिछले कुछ दिनों से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी का नाम भी मुख्यमंत्री के रूप में चर्चित है लेकिन कांग्रेस आलाकमान कोई रिस्क लेना नहीं चाहते हैं। चूंकि पिछले कई महीनों से पायलट समर्थक खुलकर मांग कर रहे हैं कि सचिन पायलट को शीघ्र मुख्यमंत्री बनाया जाए। ऐसा नहीं करने पर कई विधायक अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दे चुके हैं। गहलोत गुट में रहे खिलाड़ीलाल बैरवा भी पायलट गुट में आ गए हैं। कुछ विधायक बगावत के संकेत भी दे रहे हैं। सोमवार 19 सितंबर को अशोक गहलोत ने झारखंड का नाम लेकर कहा कि बीजेपी झारखंड सहित और भी राज्यों में सरकारें गिराने का प्रयास कर रही है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान राजस्थान में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं।

आलाकमान के विश्वासपात्र नेता हैं सचिन पायलट
कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट को विश्वसनीय नेता मामते हैं। दो साल पहले जो भी परिस्थितियां बनी, उस दौरान कांग्रेस आलाकमान के दखल के बाद मामला शांत हुआ था। पायलट ने आलाकमान के निर्देशों की पूरी पालना की। आलाकमान द्वारा कुछ दिन के लिए इंतजार करने के लिए कहा। पायलट और उनके समर्थकों ने पूरे दो साल तक इंतजार किया है। सचिन पायलट ने कभी भी पार्टी या पार्टी के किसी भी नेता के खिलाफ ऐसा कोई बयान दिया जिससे कि उन्हें विरोध का सामना करना पड़े। सचिन पायलट पर कई तरह के आरोप लगे लेकिन वे हमेशा शांत रहे। कभी कभार विरोधियों को जबाव भी देते तो बड़ी चतुराई के साथ इशारों ही इशारों में अपनी बात कह देते थे। पायलट को उनकी मेहनत और धैर्य का लाभ अब मिलने वाला है।