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October Month Festival: हिंदू व्रत और त्योहार भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. त्योहार हमारे पारंपरिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं. चाहे वह ऋतु परिवर्तन हो, उपवास, पूजा या विवाह हो, त्योहार हमें धार्मिक और सामाजिक मूल्यों की याद दिलाते हैं. वे पीढ़ियों के बीच संस्कृतियों का संचार करते हैं और हमें हमारी जड़ों से जुड़े रहने में मदद करते हैं. व्रत रखना एक हिंदू धार्मिक प्रथा है जिसका मुख्य उद्देश्य भगवान की आराधना, मानसिक शुद्धि, आत्म-नियंत्रण और कठिनाइयों के समय में भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करना है. यह भी एक साधना है जिससे आत्मा को परमात्मा के निकट ले जाया जा सकता है. हिंदू धर्म में विभिन्न पर्वों और महत्वपूर्ण तिथियों पर व्रत रखने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है.
जीवित्पुत्रिका व्रत
6 अक्टूबर को ‘जीवित्पुत्रिका व्रत’ है, जिसे जितिया के नाम से भी जाना जाता है. इस व्रत का महत्व मां के लिए है, जो अपने बच्चों की लंबी उम्र और स्वास्थ्य की प्रार्थना के लिए इसे रखती हैं.
इंदिरा एकादशी
10 अक्टूबर को ‘इंदिरा एकादशी’ मनाई जाएगी, जो पितृपक्ष में पड़ती है. यह त्योहार पितरों के प्रति श्रद्धा और समर्पण के लिए मनाया जाता है.
महालय श्राद्ध
14 अक्टूबर को ‘महालय श्राद्ध’ का आयोजन होगा. इस दिन उन सभी पूर्वजों की तिथि का स्मरण किया जाता है, जिनकी मृत्यु तिथि अज्ञात है.
शारदीय नवरात्रि
15 अक्टूबर से ‘शारदीय नवरात्रि’ की शुरुआत होगी, जो 23 अक्टूबर तक चलेगी. इस अवधि में देवी दुर्गा की पूजा और आराधना की जाती है.
दुर्गा अष्टमी
22 अक्टूबर को ‘दुर्गा अष्टमी’ मनाई जाएगी, जो नवरात्रि के अष्टमी दिवस पर पूजा जाती है.
महानवमी
23 अक्टूबर को ‘महानवमी’ मनाई जाएगी, जिस दिन मां दुर्गा की पूजा के समापन के साथ ही नवरात्रि का समापन होता है.
दशहरा
24 अक्टूबर को ‘दशहरा’ मनाया जाएगा, जो असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है.
पापांकुशा
25 अक्टूबर को ‘पापांकुशा’ एकादशी’ मनाई जाएगी, जिसे पापों के नाश के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है.
शरद पूर्णिमा
28 अक्टूबर को ‘शरद पूर्णिमा’ मनाई जाएगी. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और खासतौर पर खीर का प्रसाद चढ़ाया जाता हैं, इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. AAJ KI NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)