नई दिल्ली :अक्सर आपने देखा होगा कि किसी भी मांगलिक कार्य या पूजा कथा आदि होती है तो उसमें लाल रंग का धागा या कलावा बांधा जाता है। कलावा तीन धागों से मिलकर बना हुआ होता है। आमतौर पर यह सूत का बना हुआ होता है। वैसे तो इसमें लाल रंग की अधिकता होती है लेकिन इसमें पीले और हरे या सफेद रंग के धागे भी होते हैं। यह तीन धागे त्रिशक्तियों ब्रह्मा, विष्णु और महेश के प्रतीक माने जाते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, लाल रंग के धागे को शुभ माना जाता है। लाल किताब के उपायों में लाल धागा धारण करने के कई फायदे भी बताए गए हैं। साथ ही ज्योतिषशास्त्र में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि किन राशि के जातकों को लाल रंग का धागा धारण नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं लाल रंग का धागा या कलावा पहनने के क्या फायदे हैं और किन राशि के जातकों को इसे पहनने से बचना चाहिए।
लाल धागा पहनने के लाभ
धार्मिक मान्यता के अनुसार हाथ में कलावा या लाल धागा बांधने से माता लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं।
इसके साथ ही हनुमान जी की कृपा भी प्राप्त होती है।
मंगल का रंग लाल होता है, तो लाल रंग बांधने से कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
लाल रंग का धागा धारण करने से आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त होता है।
किन राशि के जातकों को लाल धागा बांधना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि, सिंह राशि, वृश्चिक राशि के जातकों को लाल धागा या कलावा बांधना चाहिए। मान्यता के अनुसार इस राशि के जातकों को लाल धागा बांधने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। दरअसल मंगल और सूर्य देव को लाल रंग प्रिय है इसीलिए इन राशि के स्वामीग्रह होने के कारण लाल रंग का धागा इनके लिए शुभ रहता है।
किन राशि के जातकों को लाल धागा नहीं बांधना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। शनि देव को लाल रंग प्रिय नहीं है। यही कारण है कि शनिवार के दिन शनि देव को काले तिल का दान किया जाता है। ऐसे में इन दोनों राशियों के जातकों को लाल धागा या लाल रंग का कलावा नहीं पहनना चाहिए। इसके अलावा मीन राशि को भी लाल रंग का धागा नहीं पहनना चाहिए।
लाल रंग का धागा इस दिन बाँधें
लाल रंग का धागा मंगलवार को पहनना चाहिए। कलावा बांधने से ब्रह्मा जी की कृपा से कीर्ति, विष्णु जी की कृपा से रक्षा बल और शिवजी की कृपा से सभी संकटों से निजात मिलता है। इसके साथ ही माता लक्ष्मी की कृपा से धन, माता दुर्गा की कृपा से शक्ति एवं माता सरस्वती की कृपा से बुद्धि प्राप्त होती है।