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ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के मामले में जोमैटो और स्विगी काफी पॉपुलर हो चुके हैं. लोग घर बैठे कभी-भी किसी भी रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर कर सकते हैं और जोमैटो और स्विगी घर तक खाना डिलीवर कर देते हैं. वहीं फास्टफूड के मामले में डोमिनोज का पिज्जा (Domino’s Pizza) भी लोगों को काफी पसंद आता है. अब तक स्विगी और जोमैटो के जरिए भी डोमिनोज पिज्जा ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते थे, लेकिन अब हो सकता है कि ग्राहक स्विगी और जोमैटो पर डोमिनोज का पिज्जा ऑर्डर न कर पाएं. डोमिनोज अब स्विगी और जोमैटो को लेकर बड़ा कदम उठा सकती है.
डोमिनोज पिज्जा इंडिया फ्रेंचाइजी लोकप्रिय फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो और स्विगी पर ऑर्डर लेना बंद कर सकती है. यह खुलासा डोमिनोज की होल्डिंग फर्म जुबिलेंट फूडवर्क्स ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के पास एक गोपनीय फाइलिंग में किया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने 19 जुलाई को CCI को लिखे एक पत्र में कहा, “कमीशन दरों में वृद्धि के मामले में जुबिलेंट अपने अधिक व्यवसायों को ऑनलाइन रेस्तरां प्लेटफॉर्म से इन-हाउस ऑर्डरिंग सिस्टम में स्थानांतरित करने पर विचार करेगा.”
सीसीआई ने अप्रैल में जोमैटो और स्विगी में जांच शुरू की थी. उस दौरान नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने इन ऐप्स पर अत्यधिक कमीशन और अन्य प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं का आरोप लगाया था. रेस्तरां निकाय ने यह भी आरोप लगाया कि जोमैटो और स्विगी द्वारा लिया जाने वाला कमीशन 20-30 प्रतिशत की सीमा में था.
मुनाफे में कमी
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ उद्योग कार्यकारी ने नाम लेने से इनकार करते हुए बताया कि जोमैटो और स्विगी के कमीशन डोमिनोज और कई अन्य रेस्तरां के लिए चिंता का विषय था. अगर कमीशन में और इजाफा किया जाता है तो वे कारोबार के प्रॉफिट को कम कर देंगे और इसका दबाव फिर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा.
जोमैटो-स्विगी पर सीसीआई की जांच
CCI ने अप्रैल में खाना डिलीवरी करने वाले प्लेटफॉर्म Zomato और Swiggy के कथित अनुचित व्यावसायिक व्यवहारों की जांच का आदेश दिया था, तब NRAI ने प्लेटफॉर्म के रेस्तरां भागीदारों के साथ व्यवहार पर चिंता जताई थी. उस दौरान यह आरोप लगाया गया था कि कंपनियों ने कुछ ब्रांड्स को अतिरिक्त शुल्क या किराए के कमीशन के लिए अपनी सुविधाएं देने की पेशकश की थी.