13 एक्सप्रेस-वे और 5 बड़े एयरपोर्ट से बदल रही यूपी की तस्वीर, काशी से कुशीनगर तक कायाकल्प

Picture of UP changing with 13 expressways and 5 major airports, rejuvenation from Kashi to Kushinagar
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9 Years of Modi Govt: केंद्र में मोदी सरकार (Modi Government) के 9 साल पूरे हो गए हैं. नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद उन्होंने 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया. इस लिहाज से 30 मई को नरेंद्र मोदी बतौर पीएम नौ साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं. केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में योजनाओं और परियोजनाओं की खूब सौगात मिली है. खास बात यह है कि यहां कई परियोजनाएं पूरी हो गई हैं और कुछ जल्द पूरी हो जाएंगी. ऐसे में आइये जानते हैं कि मोदी सरकार ने बीते 9 साल में यूपी और उत्तराखंड को कौन-कौन सी सौगात दी हैं.

1. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक रहा है. पीएम ने वाराणसी के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ मंदिर को भव्यता प्रदान करने और हर तरह की सुविधा विकसित करने की जिम्मेदारी उठाई थी. जिसका नतीजा है कि आज कॉरिडोर काशी विश्वनाथ मंदिर, मणिकर्णिका घाट और ललिता घाट के बीच 25,000 स्‍क्‍वायर वर्ग मीटर में बन कर तैयार है.

2. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के तौर पर एक बड़ी सौगात दी. 16 जुलाई 2022 को पीएम ने इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. यह एक्सप्रेस-वे सात जिलों से होकर गुजरता है, जिसमें चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा शामिल हैं.

3. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे (DME) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था. इसका उद्घाटन पीएम मोदी ने ही किया था. एक्सप्रेस-वे बनने के बाद लोग दिल्ली से मेरठ 45 मिनट में पहुंच जाते हैं. इस हाईवे पर 5 फ्लाईओवर हैं और 4 अंडरपास हैं. 4 फुटओवर ब्रिज भी इस एक्सप्रेसवे पर बने हैं.

4. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पीएम मोदी के कार्यकाल में ही उत्तर प्रदेश के साथ देश को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात मिली. पीएम ने नवंबर 2021 को 341 किलोमीटर लम्बे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था. यह एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ता है, जो लखनऊ के चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर तक जाता है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है.

5. राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर के लिए वर्षों चले संघर्ष के बाद भगवान राम के मंदिर की 5 अगस्त 2020 को नींव रखी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर की आधारशिला रखने के साथ ही देश और दुनियाभर के रामभक्तों में भव्य मंदिर बनने की उम्मीद जगी. मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले गर्भगृह भक्तों के लिए खुल जाएगा. भक्त श्रीराम लला के दर्शन कर सकेंगे.

6. कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्टूबर 2021 को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का उद्घाटन किया. करीब 260 करोड़ रुपये की लागत से 589 एकड़ में बना यह यूपी का तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है. बौद्ध धर्मस्थल को दुनिया भर से जोड़ने के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण है. कुशीनगर गौतमबुद्ध का महापरिनिर्वाण स्थल है. ऐसे में यह बौद्ध समुदाय के लोगों का एक अहम तीर्थ स्थल माना जाता है. एयरपोर्ट बनने से यहां पर्यटकों को सुविधा हुई है.

7. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 जुलाई, 2021 रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की सौगात दी. यह कन्वेंशन सेंटर जापान देश के सहयोग से बना है. इसमें जापानी और भारतीय वास्तु शैलियों का संगम नजर आता है. इसकी नींव दिसंबर 2015 में पड़ी थी, जब जापान के पीएम शिंजो अबे भारत दौरे पर आए थे.

8. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे
नई दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार है. इस साल के अंत तक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी महज दो घंटे रह जाएगी.

9. जेवर एयरपोर्ट
गौतम बुद्ध नगर के जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट बनने का इंतजार कर रहे हैं. पीएम मोदी ने 25 नंवबर 2021 को इसकी आधारशिला रखी थी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को तय समय से पहले पूरा करने का प्लान तैयार किया गया है. इसके लिए तेजी से काम हो रहा है ताकि जनवरी 2024 तक काम पूरा हो सके, जबकि काम पूरा करने की समय सीमा सितंबर 2024 तय की गई है.