रायपुर: देश के बंटवारे और आजादी में योगदान को लेकर सीएम भूपेश बघेल के बयान पर छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है। उन्होंने एक के बाद एक 3 ट्वीट कर मुख्यमंत्री भूपेश पर हमला बोला। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- मुख्यमंत्री एवं प्रतिष्ठित इतिहासकार…। लाला लाजपत राय (साइमन कमीशन के विरोध में और गरम दल के नेता) के अतिरिक्त कांग्रेस के और किस बड़े नेता के स्वाधीनता आंदोलन में बलिदान दिया है या वीर सावरकर के स्तर का योगदान दिया है। बताने का कष्ट करें…।
दूसरे ट्वीट में अजय चंद्राकर ने लिखा कि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़, पट्टाभि सीता रमैया द्वारा लिखित ‘कांग्रेस का इतिहास’ की भूमिका (preamble) में स्वायत्त राज्य (Dominion State) के लिए मांग की बात लिखी गई है। पूर्ण स्वतंत्रता की बात तो कहीं लिखी ही नहीं है। वहीं तीसरे ट्वीट में विधायक अजय चंद्राकर कहा है कि 1857 की तरह क्रांति ना हो, इसीलिए वार्ता का कोई मंच हो इसके लिए षडयंत्रपूर्वक एक अंग्रेज A.O.Hume द्वारा कांग्रेस की स्थापना की गई थी। इस संगठन के पीछे देश की स्वतंत्रता का कोई लेना देना नहीं था…।
मान.मुख्यमंत्री(छ.ग. कांग्रेस शोषित)एवं प्रतिष्ठित इतिहासकार.
लाला लाजपत राय(साइमन कमीशन के विरोध में और गरम दल के नेता)के अतिरिक्त कांग्रेस के और किस बड़े नेता के स्वाधीनता आंदोलन में बलिदान दिया है या वीर सावरकर जी के स्तर का योगदान दिया है.
बताने का कष्ट करें.. @bhupeshbaghel— Ajay Chandrakar (@Chandrakar_Ajay) August 15, 2022
देश की आजादी में RSS व भाजपा क्या योगदान: भूपेश
दरअसल, सीएम भूपेश बघेल ने एक दिन पहले आरएसएस व भाजपा पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि देश की आजादी की लड़ाई में इनकी क्या भूमिका थी। उन्होंने कहा कि सावरकर जेल जाने से पहले तक निश्चित रूप से क्रांतिकारी थे। जेल में रहते हुए उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी। इसके बाद पूरे जीवन अंग्रेजों की कभी मुखालफत नहीं की। विरोध नहीं किया, बल्कि अंग्रेजों के फूट डालो राज करो की नीति में आग में घी डालने का काम किया। देश के विभाजन के लिए गांधी या नेहरू नहीं बल्कि सावरकर जिम्मेदार हैं। दो राष्ट्र बनाने का प्रस्ताव सावरकर का था और जिन्ना ने 1937 में उसका समर्थन किया था। दोनों व्यक्ति ही देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं।