चेरापूंजी और मौसिनराम में रिकॉर्डतोड़ बारिश, कई लोगों की गई जान, 1003.6 मिमी दर्ज की गई बारिश

Record breaking rain in Cherrapunji and Mausinram, many people died, 1003.6 mm of rain was recorded
Record breaking rain in Cherrapunji and Mausinram, many people died, 1003.6 mm of rain was recorded
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नई दिल्ली. पूर्वोत्तर राज्यों में मानसूनी बारिश ने कहर बरपाया है और कुछ लोगों की जान भी गयी है, ऐसे में मेघालय में पूर्वी खासी हिल्स जिले के मौसिनराम और सोहरा में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गयी है तथा ऐसा लगा जैसे दोनों के बीच देश में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान बनने की एक होड़ सी लगी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. आईएमडी के अधिकारियों के मुताबिक विपरीत चट्टानों पर स्थित, जिसकी घाटियां बांग्लादेश के मैदानी इलाकों का सामना करती हैं, सोहरा (पूर्व में चेरापूंजी) में आज सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त 24 घंटों की अवधि में 972 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गयी, जबकि दूसरी ओर मौसिनराम में इसी अवधि के दौरान 1003.6 मिमी वर्षा हुई.

आईएमडी के मुताबिक 17 जून के लिए सोहरा का रिकॉर्ड 16 जून, 1995 (1563.3 मिमी) के बाद से दर्ज की गई तीसरी सबसे अधिक वर्षा है. मौसिनराम के लिए सबसे अधिक वर्षा सात जून, 1966 को 945.4 मिमी दर्ज की गई थी और उस वर्ष के दौरान शहर में चार दिनों की रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की गई थी. चारों दिन के सभी 24 घंटों में 700 मिमी से अधिक बारिश हुई थी. पूर्वोत्तर में लगातार बारिश जारी रहने के कारण, मेघालय के मौसिनराम में शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 1003.6 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई, जो जून में एक दिन में सबसे अधिक थी, जबकि पड़ोसी चेरापूंजी में 972 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी.

गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय केंद्र में वैज्ञानिक सुनीत दास ने बताया कि 16 जून, 1995 को चेरापूंजी में 1,563.3 मिमी बारिशदर्ज की गई थी. उससे एक दिन पहले 15 जून, 1995 को 930 मिमी बारिश हुई थी. विभाग ने कहा कि 922 मिमी बारिश का यह रिकॉर्ड 122 वर्ष के इतिहास में तीसरे स्थान पर है. मौसिनराम में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त 24 घंटों में 710.6 मिमी बारिश का अनुमान लगाया गया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि शुक्रवार की रिकॉर्ड बारिश से पहले, 7 जून, 1966 को 944.7 मिमी वर्षा हुई थी.

दास ने कहा, ‘‘मौसिनराम वर्तमान में भारत में सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है, जहां औसत वार्षिक वर्षा 11802.4 मिमी (1974-2022 की अवधि का औसत) है। चेरापूंजी में एक वर्ष में 11359.4 मिमी वर्षा होती है (1971-2020 की अवधि का औसत).’’ वर्ष 1901 में आईएमडी द्वारा रिकॉर्ड रखना शुरू करने के बाद से चेरापूंजी में नौ बार जून में एक दिन 800 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों में, पूर्वी खासी पहाड़ियों में बसे शहर में 811.2 मिमी बारिश हुई. दास ने कहा, ”हमेशा ऐसी बारिश नहीं होती.

(चेरापूंजी में) साल में एक या दो बार 50-60 सेंटीमीटर बारिश होना सामान्य है. लेकिन 80 सेंटीमीटर या उससे अधिक बारिश होना सामान्य बात नहीं है.” मेघालय में एक जून से अब तक 865.7 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 153 प्रतिशत अधिक है. अरुणाचल प्रदेश में 253.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 22 प्रतिशत अधिक है, जबकि असम में 372.9 मिमी बारिश हुई है, जो 79 प्रतिशत से अधिक है. हालांकि, इस क्षेत्र के सभी राज्यों में अच्छी बारिश नहीं हुई है. मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश में 50 फीसदी, 46 फीसदी और 38 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.