हरियाणा के इस जिले में बिगड़ी लिंगानुपात की स्थिति,1000 लड़कों की तुलना में महज 887 लड़कियों ने लिया जन्म

The condition of sex ratio deteriorated in this district of Haryana, compared to 1000 boys only 887 girls were born
The condition of sex ratio deteriorated in this district of Haryana, compared to 1000 boys only 887 girls were born
इस खबर को शेयर करें

नारनौल। तमाम प्रयासों के बावजूद जिले में लिंगानुपात की स्थिति बिगड़ रही है। पिछले चार माह के ताजा आंकड़े बहुत ही चिंताजनक हैं। इनके मुताबिक जिले में एक हजार लड़कों पर केवल 887 लड़कियां हैं। जाहिर है कि लिंगानुपात में इतना बड़ा अंतर स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की तमाम योजनाओं पर सवालिया निशान लगा रहा है। ये आंकड़े जनवरी से अप्रैल माह तक के हैं।

नकारात्मक सोच से बिगड़ रहा है लिंगानुपात
बेटियों को लेकर नकारात्मक सोच से लिंगानुपात बिगड़ रहा है। गर्भ में ही कन्या की हत्या करवाने वाले अनेक मामले हैं। हरियाणा में बिगड़े लिंगानुपात को लेकर ना आना इस देस लाडो जैसे टीवी सीरियल बन चुके हैं। बात केवल टीवी सीरियल तक होती तो भी कोई बात नहीं थी पर असल में तो सामाजिक संतुलन को भी प्रभावित करता है।

सैकड़ों युवक रह जाते हैं कुंवारे
लड़कियों की कमी के चलते प्रदेश में सैकड़ों युवक कुंवारे रह जाते हैं। कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेगी। लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच से सुधरेंगे हालातलिंगानुपात की स्थिति को बेहतर करने के लिए लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच अनिवार्य है। हम सबका दायित्व बनता है कि इस सकारात्मक सोच की मुहिम को आगे लाएं। यह बात बृहस्पतिवार को सिविल सर्जन डा. रमेश चंद्र आर्य ने सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित जिला समुचित प्राधिकरण की बैठक में कही।

लड़कियों ने अलग मुकाम हासिल कर खुद को साबित
सिविल सर्जन ने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों ने अपनी अलग पहचान बना कर साबित कर दिया है कि उनको अवसर मिलने पर वह किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं। हमारे जिला में एक हजार लड़कों पर 887 लड़कियां है। सरकार ने लड़कियों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए महिला विकास निगम की ओर से लोन दिया जाता है जिसके तहत लड़की देश-विदेश में अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण कर अपने परिवार, समाज व राष्ट्र का नाम रोशन कर सकें। डा. रमेश चंद्र आर्य ने जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव से कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य केंद्रों में लिंग अनुपात की स्थिति को सुधारने की दिशा में मार्ग दर्शन करते रहें। उन्होंने बताया कि जिला में 42 अल्ट्रासाउड केंद्र कार्यरत हैं, जिनका समय-समय पर औचक निरीक्षण भी किया जाता है।

जिले में जनवरी 2023 से अप्रैल 2023 तक लिंगानुपात
स्वास्थ्य ब्लॉक

अटेली 899
दौचाना 882
कनीना 857
सेहलंग 918
सतनाली 910
नांगल सिरोही 880
नांगल चौधरी 903
लड़कियां प्रति हजार लड़कों पर हैं।