टोल प्लाजा और FasTag का झंझट खत्म, आ रहा सैटेलाइट टोल कलेक्शन सिस्टम

The hassle of toll plaza and FasTag is over, satellite toll collection system is coming.
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केंद्र की मोदी सरकार नई टेक्नोलॉजी पर लगातार काम करती है, जिससे यूजर्स को किसी तरह के दिक्कत न हो। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की ओर से इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम पेश किया गया था, जिसमें टोल प्लाजा पर फास्टैग से पेमेंट होता था। इस सिस्टम में पहले से कम वक्त लगता था, लेकिन अब नितिन गडकरी की ओर से एक नया सिस्टम पेश किया जा रहा है, जिसमें टोल प्लाजा और फास्टैग दोनों का काम खत्म हो जाएगा। नया टोल कलेक्शन सैटेलाइट बेस्ट होगा, जैसा कि नाम से मालूम होता है। यह एक ऑटोमेटिक सिस्टम होगा, जिसमें ऑटोमेटिक तरीके से आपके अकाउंट से पैसे कटेंगे। इसमें आपको एक अलग फास्टैग लेकर उसे रिचार्ज नहीं कराना होगा। इससे टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से झुटकारा मिल जाएगा।

कैसे काम करेगा नया सिस्टम?
सैटेलाइट टोल कलेक्शन सिस्टम में एक एंट्री प्वाइंट पर आपके व्हीकल की एंट्री दर्ज हो जाएगी। इसके बाद आप जितनी किमी. हाईवे पर सफर करेंगे, उस हिसाब से ऑनलाइन आपके अकाउंट से पैसे सैटेलाइट कनेक्टिविटी से कट जाएंगे।

कब तक होगी लॉन्चिंग
नए सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम की शुरुआत कब से होगी, फिलहाल इसकी डेडलाइन जारी नहीं की गई है। इससे पहले दिसंबर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ओर से कहा गया था कि नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी NHAI की ओर से एक नया टोल कलेक्शन सिस्टम पेश किया जाएगा, जिसे मार्च 2023 तक शुरू किया जा सकता है।

क्या है FasTag कलेक्शन फास्टैग भी एक ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम है, जो रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन यानी RFID टेक्नोलॉजी पर काम करता है। हालांकि इस सिस्टम में भी टोल प्लाजा पर काफी जाम लगता है। साथ ही कई बार ऑनलाइन पेमेंट के दौरान बारकोड रीड करने में दिक्कत होती है। ऐसे में नितिन गडकरी की ओर से एक नया हाईटेक टोल कलेक्शन सिस्टम पेश किया जा रहा है।