देहरादून: चार सालों में ये प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे। फिलहाल दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस वे पर स्थित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर मोहन्ड टनल का काम पूरा हो चुका है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से देवभूमि उत्तराखंड का सफर आसान और तेज होने वाला है। दिल्ली से 525 किमी की दूरी पर बसे गंगोत्री का सफर 15 घंटे से घटकर महज सात घंटे रह जाएगा। ऐसा संभव हो पाएगा दिल्ली से देहरादून और देहरादून से गंगोत्री तक बन रहे एक्सप्रेस वे सहित तीन सड़क मार्ग और चार टनल प्रोजेक्ट के कारण। संभावना है कि अगले चार साल में ये सभी प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे। फिलहाल, दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस वे पर स्थित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर मोहन्ड टनल का काम पूरा हो चुका है। ये पूरा प्रोजेक्ट मल्टीएलिवेटड है। नए मार्गों के बनने से दिल्ली से देहरादून का सफर 7 घंटे से घटकर ढाई घंटे और दिल्ली से मसूरी का सफर 9 घंटे से साढ़े 4 घंटे हो जाएगा। उत्तरकाशी से गंगोत्री का सफर लगभग सौ किमी का है। यहां ऑल वेदर रोड का काम चल रहा है। इससे पांच घंटे का सफर ढाई घंटे का ही रह जाएगा।
चार टनल…
1. दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस वे में यूपी और उत्तराखंड सीमा में मोहन्ड टनल का काम पूरा।
2. देहरादून- चम्बा टनल का प्रस्ताव पास हुआ
3. उत्तरकाशी बाईपास टनल का काम पूरा हुआ।
4. उत्तरकाशी -यमुनोत्री ऑल वेदर रोड टनल का काम पूर्ण हो चुका।
ये प्रोजेक्ट मल्टीएलिवेटड है। नए मार्गों के बनने से दिल्ली से देहरादून का सफर 7 घंटे से घटकर ढाई घंटे और दिल्ली से मसूरी का सफर 9 घंटे से साढ़े 4 घंटे हो जाएगा।
3 मेगा प्रोजेक्ट; ग्रीन एक्सप्रेस वे शामिल
1. न्यू ग्रीन एक्सप्रेस वे: इनमें सबसे बड़ा है दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहा न्यू ग्रीन एक्सप्रेस वे। अभी दिल्ली से देहरादून की दूरी 250 किलोमीटर है। इस हाइवे के समानांतर आठ लेन का न्यू ग्रीन एक्सप्रेस वे बन रहा है। इससे 40 किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी। इस एक्सप्रेस वे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मोटर वाहन दौड़ पाएंगे।
2. चम्बा- उत्तरकाशी ऑल वेदर रोड: गंगोत्री के लिए देहरादून से उत्तरकाशी के दो रास्ते हैं। पहला- देहरादून से ऋषिकेश, चम्बा और उत्तरकाशी। पांच घंटे लगते हैं। दूसरा- देहरादून से मसूरी होकर उत्तरकाशी। भारत की सबसे लंबी मोटर टनल सीधे ऋषिकेश-उत्तरकाशी ऑल वेदर रोड पर खुलेगी। दून से उत्तरकाशी का सफर ढाई घंटे में पूरा होगा।
3. उत्तरकाशी-गंगोत्री ऑल वेदर रोड: उत्तरकाशी से गंगोत्री का सफर लगभग सौ किमी का है। यहां ऑल वेदर रोड का काम चल रहा है। इससे पांच घंटे का सफर ढाई घंटे का ही रह जाएगा।
यमुनोत्री जाने का 126 किमी का सफर घटेगा
उत्तरकाशी से यमुनोत्री का 126 किमी का सफर भी घटेगा। 600 मीटर लंगी डबल लेन टनल का काम पूरा हो चुका है। जबकि पूरे हाइवे का ऑल वेदर रोड के तहत निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर
दून-दिल्ली एक्सप्रेस वे राजाजी टाइगर रिजर्व से गुजरेगा। पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर यहां एशिया का सबसे बड़ा 20 किमी लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बनेगा। ये 12 किमी एलिवेटेड होगा।