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Tongue Infections: आपने ध्यान दिया होगा कि डॉक्टर हमेशा चेकअप के दौरान आपकी जीभ देखते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जीभ से आपकी सेहत की सटीक जानकारी मिलती है. जीभ के रंग-रूप से पता चलता है कि आपके सेहत में क्या अच्छा और क्या गड़बड़ चल रहा है. हमारी बॉडी जब किसी बीमारी से लड़ रही होती है तब जीभ पर सबसे पहले असर आता है और लक्षण साफ दिखते हैं. आइए जानें, जीभ के रंग से हम रोगों के बारे में कैसे पता लगा सकते हैं और इन रोगों का इलाज क्या हो सकता है.
हल्के लाल और सफेद स्पॉट्स
अगर आपकी जीभ हल्की लाल रहती है और सफेद स्पॉट्स नजर आते हैं तो खाने में थोड़ा परहेज करना होगा. यह जीभ का सबसे सामान्य रूप है इलसिए परेशानी की कोई बात नहीं है. जीभ पर सफेद धब्बे वहां दिखाई पड़ते हैं जहां टेस्ट बड्स थोड़े घिस जाते हैं. सिर्फ साफ-सफाई का ध्यान रखें और मसालेदार भोजन खाने से बचें.
जीभ पर कालापन दिखना
व्यक्ति की जीभ पर जब कालापम दिखने लगे तो इसे फफूंद का इंफेक्शन, डायबिटीज, कीमोथैरेपी या मुंह की ठीक से देखभाल न होना बताता है. इसका उपाय यह है कि मुंह-जीभ को हमेशा साफ रखें. साफ खान-पान रखें. साथ ही कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें. ज्यादा कालापन होने पर डॉक्टर को दिखाएं.
छाले या उभार आना
ये ‘कैंकर सोर’ होते हैं जिन्हें मुंह के छाले कहते हैं. ये हर्पीज नामक गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं. इसके उपाय के लिए डॉक्टर को दिखाएं. समस्या की गंभीरता और स्थिति के आधार पर इलाज हो सकता है. गर्म खाना न खाएं और साफ ग्लास में पानी पिएं.
जालनुमा या पट्टीदार सफेद निशान
जीभ पर इस तरह का निशान यह संकेत देते हैं कि आपको ओरल लाइचेन प्लेनस बीमारी हो सकती है. इसमें इम्यून सिस्टम शरीर को नुकसान पहुंचाने लगता है. इसके उपचार के लिए ट्रीटमेंट में देरी न करें. आप माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही डॉक्टर को तुरंत दिखाकर जांच कराएं.
जीभ का एकदम लाल होना
अगर आपकी जीभ एकदम लाल रहती है तो इसका संकेत है कि आपके शरीर में फॉलिक एसिड, विटामिन-बी12 या आयरन की कमी है. इसके साथ ही ऐसा कई बार बुखार या गले में इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है. इसे ठीक करने के लिए आप विटामिन की टेबलेट्स ले सकते हैं. लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना ट्रीटमेंट न करें.
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