पाकिस्तान के चुनाव नतीजों से दुनिया हैरान, इमरान खान की पार्टी को…

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नई दिल्ली। पाकिस्तान में एक बार फिर डांवाडोल सरकार की आशंका नजर आ रही है. मुल्क में हुए चुनाव में बड़े बड़े दावे कर रहे नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टियां पीएमएल-एन और पीपीपी खाली हाथ रही हैं. ये दोनों ही पार्टियां बहुमत से दूर हैं. यही नहीं दोनों पार्टियों की जीती हुई सीटें मिला भी दें तो ये पार्टियां बहुमत के लिए जरूर 134 सीट हासिल करती नहीं दिख रही हैं.

वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की आवाम ने कप्तान साहब यानी कि पूर्व पीएम इमरान खान के नाम पर भरोसा जताया है. इमरान के नाम पर इस चुनाव में उतरे निर्दलीय को अच्छी खासी कामयाबी मिली है, लेकिन इन निर्दलीयों का कोई नेता नहीं है. दूसरी ओर पाकिस्तान की फौज भी इमरान को पसंद नहीं कर रही है. ऐसे में भारत के इस पड़ोसी मुल्क में किसकी सरकार बनेगी, ये बताना मुश्किल लग रहा है. यहां अगर किसी पार्टी की सरकार बन जाती है तो वो कितनी टिकाऊ होगी, ये बताना और भी मुश्किल है.

चुनाव परिणामों की ओर देखें तो इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीतीं हैं. ताजा अपडेट्स के मुताबिक, उन्हें 100 सीटें मिली हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को 71 सीटें मिलीं, जबकि प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को 53 सीटें मिलीं. अभी तक चुनाव हुए 264 में से 236 सीटों के नतीजे आए हैं. पाकिस्तान की सत्ता को लेकर पूरी रात मुल्क में गहमा-गहमी का दौर जा रहा तो वहीं लगातार अहम बैठकें भी चल रही हैं.

जरदारी-शरीफ ने की बैठक!
सामने आया है कि, पीपीपी प्रमुख बिलावल, पूर्व राष्ट्रपति जरदारी ‘चुनाव के बाद महत्वपूर्ण बैठक’ के लिए लाहौर पहुंच गए हैं. वहीं, इमरान खान का दावा है कि पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने दो-तिहाई बहुमत हासिल कर लिया है. पीपीपी सूत्रों का कहना है कि, नवाज शरीफ, आसिफ जरदारी ने लाहौर में बैठक भी कर ली है.

नवाज और इमरान दोनों ने किया जीत का दावा
बता दें कि, इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्रियों और कट्टर प्रतिद्वंद्वी नवाज शरीफ और इमरान खान दोनों ने शुक्रवार को आतंकवादी हमलों के कारण परिणामों में हुई देरी और इसी के साथ चुनावों में जीत की घोषणा की. आतंकवादी हमलों के कारण देश और राजनीतिक में उथल-पुथल मच गई है. वैसे देखा जाए तो गुरुवार के चुनाव में शरीफ की पार्टी ने किसी एक पार्टी के मुकाबले सबसे अधिक सीटें जीतीं, लेकिन जेल में बंद खान के समर्थकों, जो उनकी पार्टी को चुनाव से रोके जाने के बाद एक गुट के बजाय निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़े थे, उन्होंने कुल मिलाकर सबसे अधिक सीटें जीतीं हैं.

शरीफ बोले- पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी, पर बहुमत नहीं मिला
इसे लेकर, शरीफ ने कहा भी कि उनकी पार्टी गठबंधन सरकार बनाने के लिए अन्य समूहों से बात करेगी क्योंकि वह अपने दम पर स्पष्ट बहुमत हासिल करने में विफल रही है. शरीफ की घोषणा 264 सीटों में से तीन-चौथाई से अधिक सीटों के परिणाम घोषित होने के बाद आई थी. गुरुवार को मतदान समाप्त होने के 24 घंटे से अधिक समय बाद जब आतंकवादी हमलों में 28 लोग मारे गए थे. विश्लेषकों ने भविष्यवाणी की थी कि कोई स्पष्ट विजेता नहीं हो सकता है.

निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं सबसे अधिक सीटें
परिणामों से पता चला कि निर्दलीय उम्मीदवारों ने, जिनमें से अधिकांश खान द्वारा समर्थित थे, सबसे अधिक सीटें जीती थीं. शाम साढ़े छह बजे तक हुई गिनती में आए परिणामों के अनुसार उन्हें 245 में से 98 सीटें मिली हैं. शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को 69 सीटें मिलीं, जबकि प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को 51 सीटें मिलीं हैं. बाकी सीटें छोटे दलों और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं हैं.

नवाज शरीफ ने सभी पार्टियों को साथ आने के लिए दिया आमंत्रण
शरीफ ने पूर्वी शहर लाहौर में अपने घर के बाहर एकत्र समर्थकों की भीड़ से कहा, “चुनाव के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग आज देश की सबसे बड़ी पार्टी है और इस देश को भंवर से बाहर निकालना हमारा कर्तव्य है.” उन्होंने कहा, “जिसे भी जनादेश मिला है, चाहे वह निर्दलीय हो या पार्टियां, हम उन्हें मिले जनादेश का सम्मान करते हैं.” “हम उन्हें हमारे साथ बैठने और इस घायल राष्ट्र को अपने पैरों पर वापस खड़ा होने में मदद करने के लिए आमंत्रित करते हैं.”

इमरान खान ने भी जारी किया संदेश
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके बनाया गया एक ऑडियो-विजुअल संदेश जारी किया और अपने एक्स सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया. संदेश में, 71 वर्षीय खान ने जीत के लिए शरीफ के दावे को खारिज कर दिया, अपने समर्थकों को चुनाव “जीतने” के लिए बधाई दी और उनसे जश्न मनाने और अपने वोट की रक्षा करने का आग्रह किया.

संदेश में कहा गया, ”मुझे भरोसा था कि आप सभी वोट देने आएंगे – और आपने उस भरोसे का सम्मान किया और आपके भारी मतदान ने सभी को चौंका दिया है।” इसमें कहा गया है कि कोई भी शरीफ के दावे को स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि उन्होंने कम सीटें जीती हैं और चुनाव में धांधली हुई है.

336 सीटें, लेकिन 266 पर ही हुआ मतदान

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटों पर चुनाव हुए हैं. हालांकि, इनमें से सिर्फ 266 सीटों पर ही चुनाव के जरिए उम्मीदवार चुने जाएंगे. दरअसल, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं. इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं. चुनाव जीतने वाली पार्टियां के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी.