ये है नोट छापने वाली सब्जी! पैदा कर लखपति बन रहे किसान, दो ही महीने में छप्पर फाड़कर आएगा पैसा

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भारत में कई तरह की सब्जियां उगाई जाती है. इन सब्जियों में भरपूर मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं. भारत की अधिकांश सब्जियां सीजनल होती है. कुछ गर्मियों में मिलती है तो कुछ बरसात में. कुछ की पैदावार ठंड में होती है. लेकिन समय के साथ अब लोग विदेशी सब्जियों की डिमांड भी करने लगे हैं. भारत में लोग फूलगोभी तो काफी समय से खाते आ रहे हैं. लेकिन हाल के दिनों में यहां ब्रोकली की डिमांड भी बढ़ी

ब्रोकली के साथ ही साथ भारत में जुकीनी की डिमांड भी बढ़ी है. जुकीनी को भारत में छप्पन कद्दू के नाम से भी जाना जाता है. हाल के दिनों में इसे कैश क्रॉप का नाम दिया गया है. कैश क्रॉप यानी पैसे छापने वाली फसल. इस फसल को ऐसा नाम इससे होने वाले मुनाफे के कारण दिया गया है. भारत में पॉश इलाकों के अलावा फाइव स्टार होटल्स में इस क्रॉप की काफी डिमांड है.

सर्दी-गर्मी में खेती
इस सब्जी की भारत में डिमांड काफी बढ़ी है. ये सब्जी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है. साथ ही इससे किसानों को काफी फायदा भी हो रहा है. इस सब्जी को किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है. मात्र दो महीने के अंदर सब्जियां लग जाती है और किसान इसे बेचकर लाखों कमा लेते है. गर्मियों वाले जुकीनी की खेती मार्च में होती है. अप्रैल मई तक इसमें सब्जियां आ जाती है. वहीं विंटर में नवंबर में इसकी खेती की जाती है.

होती है बंपर कमाई
जुकीनी की खेती से किसानों की जबरदस्त कमाई होती है. एक एकड़ जमीन बीज लगाई जाती है. पचास से साठ दिन में पौधों में सब्जियां लग जाती है. हर दो दिन में इन्हें तोड़ा जाता है. एक पौधे से करीब चालीस जुकीनी तोड़ी जाती है. यानी एक एकड़ जमीन से अस्सी से सौ क्विंटल की पैदावार होती है. इसे बेचकर किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं.