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नई दिल्ली: अरबपति भाइयों सुधीर और समीर मेहता ने रविवार को अपने पिता और टोरेंट ग्रुप (Torrent Group) के संस्थापक की जन्म शताब्दी पर रविवार को कई सामाजिक कार्यों के लिए 5,000 करोड़ रुपये दान करने का संकल्प लिया है। इसी के साथ मेहता उन अरबपतियों की कैटेगरी में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा परोपकार के लिए समर्पित कर दिया है। फार्मास्युटिकल-टू-पावर उद्यम की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “यह योगदान टोरेंट समूह की कंपनियों के वैधानिक सीएसआर योगदान के अतिरिक्त होगा।” इस दान का प्रबंधन यूएनएम फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, पारिस्थितिकी और कला को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा। मेहता परिवार अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा टोरेंट फार्मा से लेता है, जो 5 अरब डॉलर के ग्रुप की प्रमुख कंपनी है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि वे 1 अप्रैल से पांच साल तक यूएनएम फाउंडेशन को 5,000 करोड़ रुपये यानी करीब 600 मिलियन डॉलर का दान देना शुरू करेंगे। उनके पिता उत्तमभाई नाथलाल मेहता (यूएनएम) ने साल 1959 में ग्रुप की स्थापना की थी। इस वर्ष बजाज ऑटो ने दो और तीन पहिया वाहनों के निर्माण के लिए भारतीय सरकार से लाइसेंस हासिल किया था और जब भारत में दूरदर्शन का शुभारंभ हुआ था।
बता दें कि टोरेंट ग्रुप एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह है, जो अहमदाबाद में स्थित है। इसकी स्थापना उत्तमभाई नाथलाल मेहता ने की थी। और अब इसे उनके बेटे, सुधीर और समीर मेहता द्वारा चलाया जाता है। समूह के मुख्य व्यवसाय गैस, फार्मास्यूटिकल्स और बिजली हैं।