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लखनऊ। यूपी निकाय चुनाव के टिकट को लेकर भाजपा के पहले चरण के प्रत्याशियों की शनिवार को सांसें अटकी रहीं। टिकटार्थी और उनके समर्थक सुबह से देर रात तक प्रत्याशियों की सूची जारी होने का इंतजार करते रहे। तमाम प्रत्याशी लखनऊ में ही डेरा डाले रहे। हालांकि शाम को जिन सीटों पर कोई विवाद की स्थिति नहीं थी, वहां चुनाव लड़ने वालों को तैयारी के लिए इशारा कर दिया गया। इससे पूर्व शनिवार की सुबह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह मेयर प्रत्याशियों की सूची लेकर दिल्ली रवाना हो गए। वहां उन्होंने पार्टी नेतृत्व से सूची पर चर्चा की।
निकाय चुनावों के पहले चरण के नामांकन में अब सिर्फ कल तक का वक्त बचा है। भाजपा की बहुप्रतीक्षित सूची शनिवार को जारी नहीं हुई। अब इसे रविवार को जारी किया जाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी की हाई प्रोफाइल सीटों पर पेंच फंसने के कारण सूची जारी होने में विलंब हुआ। हालांकि देर शाम तक सभी चेहरे तय कर लिए गए। प्रदेश स्तर से पहले चरण के मेयर प्रत्याशियों के साथ ही नगर निगम के पार्षद और नगर पालिका अध्यक्षों की सूची घोषित की जानी है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो मुरादाबाद, आगरा सहित कई अन्य सीटों पर भावी प्रत्याशियों को फोन से ग्रीन सिग्नल दे दिया गया। बताया जा रहा है कि भूपेंद्र चौधरी और धर्मपाल सिंह ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
टिकट पर सांसद-विधायक व संगठन में रार
भाजपा में चहेतों को टिकट दिलाने के लिए कई जिलों में संगठन और जनप्रतिनिधि तो कहीं सांसद-विधायक आमने-सामने आ गए। कई जगह विवाद भी हुआ। गोरखपुर में एमएलसी और देहात के विधायक के बीच नोंक-झोंक हुई। निवर्तमान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष के खिलाफ तो एमएलसी ने मोर्चा ही खोल दिया। आगरा की मेयर सीट को लेकर भी दो जनप्रतिनिधि आमने-सामने थे, हालांकि कोई विवाद नहीं हुआ। वहीं गाजीपुर की एक नगर पंचायत में टिकट के मामले में संगठन और संघ में विवाद की स्थिति पैदा हो गई।
गोरखपुर में निकाय की टिकटें तय करने के लिए हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विवाद हुआ। एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह और गोरखपुर देहात के विधायक विपिन सिंह के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। एमएलसी ने प्रदेश अध्यक्ष को निवर्तमान क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह और महानगर अध्यक्ष के खिलाफ शिकायती पत्र भी भेजा है।