यूपी के आदित्य श्रीवास्तव ने लाखों का पैकेज छोड़ बनाया सिविल सर्विसेज का लक्ष्य, कड़ी मेहनत के बाद सपना हुआ साकार

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लखनऊ। लंबे संघर्ष, बड़ा जोखिम और अथक मेहनत के बाद आदित्य के सपनों का सूर्योदय हुआ। यूपीएससी में टॉपर बनते ही उनके लिए खुशियों के द्वार खुल गए। उनके माता-पिता, आस-पास और दोस्त सबके चेहरे गर्व से चमकने लगे। आदित्य ने सफलता की जो इबारत लिखी, पूरा लखनऊ इसके लिए उनका शुक्रगुजार हो गया। सोशल मीडिया पर देर रात तक उनकी प्रशंसा के फूल खिलते रहे।

शिक्षा और नौकरी का सफर

● वर्ष 2012 में सीएमएस अलीगंज ब्रांच से 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा पास की।

● वर्ष 2014 में सीएमएस अलीगंज ब्रांच से 98.4 फीसदी अंकों के साथ इंटरमीडिएट पास किया।

● वर्ष 2019 में आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक-एमेटक (ड्युअल डिग्री) हासिल की।

● बेंगलुरु में अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में 40 लाख सालाना पैकेज पर 15 महीने नौकरी की।

● वर्ष 2021 में नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की।

पीएससी सिविल सर्विस परीक्षा-2023 में लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने देश में पहला स्थान हासिल किया है। आदित्य का परिवार आईआईएम रोड स्थित एल्डिको सिटी में रहता है। आदित्य के पिता अजय कुमार श्रीवास्तव कैग में आडिट अधिकारी हैं। इससे पहले आदित्य ने यूपीएससी-2022 परीक्षा में 236वीं रैंक प्राप्त की थी। वह इन दिनों वह भारतीय पुलिस सेवा अकादमी में ट्रेनिंग कर रहे हैं। आदित्य को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली है।

सीएमएस अलीगंज से स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद आईआईटी कानपुर से बीटेक और एमटेक की पढ़ाई की। बेंगलुरू की एक आईटी कंपनी में नौकरी भी की। कंपनी की ओर से कुछ दिनों अमेरिका में तैनात रहे। वर्ष 2021 में नौकरी छोड़ने का फैसला लिया और वापस लखनऊ आ गए। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। दूसरे प्रयास में 2022 में 236 रैंक हासिल की और आईपीएस में चयन हुआ। कैडर पश्चिम बंगाल आवंटित किया गया। इन दिनों आदित्य पुलिस अकादमी हैदराबाद में ट्रेनिंग कर रहे हैं। यूपीएससी का परिणाम आने के बाद आदित्य ने अपनी मां आभा श्रीवास्तव को वीडियो कॉल करके जानकारी दी।