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मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के गांव पावटी खुर्द में दलित समाज के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद लगातार माहौल में गर्म है। आरोपित राजबीर प्रधान की गिरफ्तारी और आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद की गांव पावटी खुर्द में जाकर की गई बयानबाजी के बाद त्यागी समाज में रोष फैल गया था। एक-दूसरे के समाज के विरुद्ध की गई अनर्गल टिप्पणियों के मद्देनजर गांव पावटी खुर्द में त्यागी समाज के लोगों ने 21 मई को बड़ी पंचायत का एलान किया था।
इस मामले में SSP अभिषेक यादव ने सख्त चेतावनी जारी कर गांव पावटी खुर्द में भीड़ एकत्र करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने त्यागी सभा की शिकायत पर अनर्गल टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध एसपी सिटी के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई का भी आदेश जारी किया है।
दलितों के खिलाफ मुनादी से शुरू हुआ मामला
नौ मई की शाम चरथावल थाना क्षेत्र के गांव पावटी खुर्द में मुनादी पीटकर एलान किया गया था कि कोई भी दलित समाज का व्यक्ति राजबीर प्रधान के खेत, ट्यूबवेल और समाधि पर न जाए। ऐसा करने वालों पर 50 जूते और पांच हजार रुपए का जुर्माना अदा करने की चेतावनी दी गई।
दलित समाज के विरुद्ध मुनादी पिटवाकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर थाना चरथावल पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके साथ ही नौ मई की रात में ही मुनादी पीटने वाले कुंवर पाल तथा अगले दिन सुबह राजबीर प्रधान को गिरफ्तार कर लिया था।
दोनों के विरुद्ध एससी-एसटी निवारण कानून की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए चालान कर दिया गया था। विशेष एससी-एसटी कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की कस्टडी रिमांड पर जेल भेज दिया था।
दलित समाज के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की घटना के दो दिन बाद यानी 11 मई को गांव पावटी खुर्द पहुंचे आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने नाराजगी प्रकट की थी। उन्होंने कहा था कि दलित जवाब देना भी जानता है।
उन्होंने कहा था कि जिस व्यक्ति ने यह किया यह उसका पहला अपराध नहीं है। वह अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि दलित समाज ऐसी हरकतों का जवाब देना जानता है। दलित चमड़ा बनाना भी जानता है।
राष्ट्रीय एससी आयोग सदस्य डा. अंजू भी पहुंची
गांव पावटी खुर्द में दलित विरोधी जातिगत टिप्पणी किये जाने की घटना का संज्ञान लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग सदस्य डा. अंजू बाला भी गांव में पहुंचीं। उन्होंने अनुसूचित जाति के लोगों से हालात की जानकारी ली। साथ ही मौके पर मौजूद अधिकारियों को इस मामले में कड़ी चेतावनी भी दी।
गांव पावटी में हुआ था 21 को पंचायत का ऐलान
सोशल मीडिया पर राजबीर प्रधान और उनके समाज के विरुद्ध की गई एक टिप्पणी से बवाल मच गया था। इसके बाद गांव पावटी में त्यागी समाज के लोगों की पंचायत का एलान किया गया था। पावटी में आयोजित पंचायत में शामिल होने की अपील वाले वीडियो सामने आ रहे थे। इस दौरान पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने एक के बाद एक गांव में कई मीटिंग कर सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने का प्रयास किया।
शुक्रवार को भी एसडीएम सदर तथा सीओ सदर की मौजूदगी में गांव में मीटिंग हुई। पुलिस ने गांव में गश्त कर साफ तौर से किसी भी तरह की पंचायत न करने की चेतावनी लोगों को दी।
एसएसपी से मिलकर त्यागी सभा ने की शिकायत
एसएसपी अभिषेक यादव ने शुक्रवार देर शाम वीडियो बयान जारी किया था। उन्होंने बताया था कि त्यागी सभा से जुड़े लोगों ने उनसे मिलकर शिकायत की थी कि कुछ अवांछनी तत्व उनके समाज के बारे में अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। इस पर एसएसपी ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में टीम का गठन कर मामले की जांच का आदेश दिया।