कब आएगा बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट? जानिए कहां और कैसे कर सकेंगे डाउनलोड

When will Bihar Board matriculation result come? Know where and how you can download
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Bihar Board 10th Result 2024 Time and Date: बिहार बोर्ड की 10वीं या मैट्रिक की परीक्षा फरवरी में आयोजित की गई थी। बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है और अब 10वीं कक्षा के छात्र अपने नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। खबरों के अनुसार इस महीने बिहार बोर्ड का 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। संभावना है कि रिजल्ट 30 या 31 मार्च तक घोषित कर दिया जाए। एक बार जारी होने के बाद हाईस्कूल के नतीजे 2024 को आधिकारिक वेबसाइट https://biharboardonline.bihar.gov.in/ पर देखे जा सकते हैं।

टॉपर्स वेरिफिकेशन
27 मार्च, 2024 से बिहार बोर्ड मैट्रिक टॉपर सत्यापन शुरू होने की उम्मीद है और बोर्ड जल्द ही इसकी जानकारी साझा करेगा। सत्यापन के दौरान लगभग 13-14 परीक्षक प्रत्येक छात्र का साक्षात्कार लेते हैं। टॉपर लिस्ट में शामिल हर छात्र से कम से कम 30-40 प्रश्न पूछे जाते हैं। सभी प्रश्न बिहार बोर्ड परीक्षा के पाठ्यक्रम से जुड़े होते हैं। इसके साथ ही उन्हें अंग्रेजी में अपना परिचय देने के लिए भी कहा जाता है, साथ ही कुछ अन्य जरूरी सवाल भी पूछे जाते हैं।

23 फरवरी तक आयोजित की गई थी परीक्षा
बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षा 15 फरवरी से 23 फरवरी, 2024 के बीच आयोजित की गई थी। बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2024 जारी करने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इस नतीजे में सभी टॉपर्स के नाम, उत्तीर्ण प्रतिशत, रिजल्ट का डेटा और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी मिलेगी। हालाँकि, बिहार बोर्ड ने 10वीं के रिजल्ट के समय और तारीख से संबंधित कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे ऑफिशियल वेबसाइट पर नजर बनाएं रखें।

12वीं में 87.21 प्रतिशत छात्र हुए थे पास
बीएसईबी का 12वीं का रिजल्ट 23 मार्च को जारी किया गया था। इस साल बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 12,91,684 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 11,26,439 छात्रों को 12वीं की परीक्षा में सफल घोषित किया गया है। कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 87.21 प्रतिशत रहा। जबकि 1,65,248 छात्र परीक्षा में फेल हो गए। 5 लाख से अधिक छात्रों को प्रथम श्रेणी प्राप्त हुई। 5,24,939 छात्रों को प्रथम श्रेणी, 5,04,897 छात्रों को द्वितीय श्रेणी और 96,595 छात्रों को तृतीय श्रेणी प्राप्त हुई।