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कोट्टायम। कोट्टायम एडिशनल सेशन कोर्ट ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल को शुक्रवार को नन से रेप केस में बरी कर दिया है. बिशप को 2018 में नन से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट के फैसले के बाद बिशप मुलक्कल ने कोर्ट से बाहर ही आते हुए कहा कि मैं राहत महसूस कर रहा हूं, Praise the lord. बता दें कि फ्रेंको मुलक्कल भारत के पहले कैथोलिक बिशप थे जिन्हें नन के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
क्या था मामला
45 साल की नन ने अपनी शिकायत में कहा था कि 5 मई 2014 को बिशप ने कुराविलंगड कॉन्वेंट का दौरा किया था. उसी रात उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुलाया था और मेरे साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाया था. नन नेआरोप लगाया था कि 2014 से 2016 के बीच बिशप ने उसके साथ 13 बार रेप किया था. नन की शिकायत के बाद कई नन, कार्यकर्ता और राजनेताओं ने मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग की थी.
मुलक्कल ने अपने बचाव में क्या कहा था
मुलक्कल ने दावा किया था कि जिस दिन नन ने पहली बार रेप का दावा किया था, उस दिन (5 मई 2014) को कुराविलांगड में कॉन्वेंट में नहीं थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल कॉन्वेंट का दौरा किया और मुथलाकोदम में एक अन्य कॉन्वेंट में रुके थे. उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि नन ने ये आरोप इसलिए लगाया क्योंकि एक महिला ने उनसे शिकायत की थी कि उसके पति के साथ नन के अवैध संबंध है. इस मामले में बिशप ने नन के खिलाफ आंतरिक जांच का आदेश दिया था.