रेलवे ने कमाई के मामले में तोड़े सभी र‍िकॉर्ड, अश्‍व‍िनी वैष्‍णव ने बताया-कहा से आया बंपर पैसा

Railways broke all records in terms of earnings, Ashwini Vaishnav told - where did the bumper money come from?
Railways broke all records in terms of earnings, Ashwini Vaishnav told - where did the bumper money come from?
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Indian Railways Revenue: लंबी दूरी की यात्रा के ल‍िए भारतीय रेलवे को अभी भी सबसे ज्‍यादा पसंद क‍िया जाता है. रेलवे म‍िन‍िस्‍टर अश्‍व‍िनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे ने फाइनेंश‍ियल ईयर 2023-24 के लिए 2.56 लाख करोड़ रुपये का राजस्‍व दर्ज क‍िया है. यह रेलवे की तरफ से अब तक का र‍िकॉर्ड लेवल है. एक साल पहले यह आंकड़ा 2.40 लाख करोड़ रुपये था. रेल मंत्री की तरफ से एक्स (पूर्व में ट्व‍िटर) पर की गई एक पोस्‍ट में कहा गया क‍ि भारतीय रेलवे ने फाइनेंश‍ियल ईयर 24 में 1,591 मिलियन टन (MT) की माल ढुलाई दर्ज की. इसकी तुलना वित्तीय वर्ष 2013 में 1512 मीट्रिक टन माल लदान से की.

2024 में 5300 किमी का ट्रैक ब‍िछाया

उन्‍होंने अपनी पोस्‍ट में ल‍िखा क‍ि रेलवे ने फाइनेंश‍ियल ईयर 2024 में 5300 किमी का ट्रैक ब‍िछाया, जबकि पूरे साल के दौरान 551 डिजिटल स्टेशन की शुरुआत की गई. अंतरिम बजट के अनुसार, रेलवे को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपये का कैप‍िटल एक्‍सपेंडीचर (capex) प्राप्त होगा, जो एक साल पहले आवंटित 2.4 लाख करोड़ रुपये से 5 प्रतिशत ज्‍यादा है. रेल मंत्रालय का आंतरिक और अतिरिक्त-बजटीय संसाधन (IEBR) 2023-24 में 52,783 करोड़ रुपये से कम होकर 2024-25 में 13000 करोड़ रुपये रह गया है.

छूट बंद करने का फायदा रेलवे को म‍िला
इससे पहले एक आरटीआई से पता चला क‍ि सीनियर सिटीजन्स को ट्रेन टिकट पर म‍िलने वाली छूट को बंद करने का फायदा रेलवे को हुआ है. दरअसल, कोरोना काल से पहले रेलवे की तरफ से वर‍िष्‍ठ नागर‍िकों को ट्रेन टिकट लेने पर फायदा द‍िया जाता था. लेकिन कोरोना काल के दौरान इसे बंद कर द‍िया गया. RTI से सामने आई जानकारी के अनुसार रेलवे ने इस छूट को वापस लेकर करीब 5800 करोड़ की कमाई कर ली है. आरटीआई (RTI) के तहत पूछे गए सवालों से पता चला क‍ि ट्रेन किराये में सीनियर सिटीजन्स को दी जाने वाली रियायत वापस लेकर बुजुर्गों से 5,800 करोड़ से ज्यादा का एक्स्ट्रा रेवेन्यू कमाया है.

आपको बता दें रेल मंत्रालय ने 20 मार्च, 2020 को कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन का ऐलान होने के साथ सीन‍ियर स‍िटीजन को ट्रेन किराये में दी जाने वाली छूट वापस ले ली थी. उस समय तक रेलवे की तरफ से महिलाओं को ट्रेन किराये में 50 प्रतिशत और पुरुष व ट्रांसजेंडर वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को 40 प्रतिशत की छूट दी जाती थी. इस छूट को खत्‍म क‍िये जाने के बाद सीनियर सिटीजन्स को दूसरे यात्र‍ियों के ही बराबर किराया देना होता है.