भोपाल: पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक प्रदेश से हर दिन 21 बच्चियां किडनैप हो रही हैं। 2021 में भोपाल में 349 बच्चियों का अपहरण किया गया। ये स्थिति तब है, जब बच्चियों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बने हैं। नाबालिग बच्ची जब लापता होती है तो पुलिस अपहरण का केस दर्ज करती है।
माना जाता है कि ये बच्चियां अपनी मर्जी से कहीं नहीं जा सकतीं। उन्हें कोई जबरदस्ती या फिर बहला फुसलाकर साथ ले गया है। बच्ची की बरामदगी के बाद कई मामलों में दुष्कर्म तक की धारा बढ़ाई जाती है। प्रदेश में पिछले साल 7686 बालिकाओं के लापता होने पर अपहरण के मामले दर्ज किए गए। इसमें सबसे अधिक 655 मामले इंदौर के थे। 2020 में इंदौर से 424 और भोपाल से 279 बालिकाएं किडनैप हुई थीं। इन बच्चियों को अपहरण कर राजस्थान और महाराष्ट्र में बेच दिया जाता है।