शिमला: जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में इस वक्त एक फीट से अधिक बर्फबारी हुई है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में डेढ़ से दो फीट बर्फबारी दर्ज की गई है. प्रशासन ने भी लोगों को एतिहात बरतने और घरों से बाहर न निकलने की अपील की है. हिमाचल में 30 जनवरी के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. सूबे के नीचले इलाकों में भी लंबे समय के बाद अच्छी बारिश हो रही है, जो कि फसलों के लिए काफी लाभदायक है. शिमला रामपुर हाईवे, लेह मनाली, शिमला-किन्नौर और जलोड़ी दर्रा हाईवे बंद हैं.
आलम यह है कि प्रदेशभर में जनजीवन पर बर्फबारी का व्यापक असर, पड़ा है. ऊपरी शिमला को जाने वाले तमाम रास्ते बंद हो गए हैं. लाहौल स्पीति में देर रात से जमकर बर्फ गिर रही है और यहां पर 150 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. लेह-मनाली हाईवे सोलांग नाला से आगे बंद हैं. अटल टनल पर भी जमकर हिमपात हुआ है.
जानकारी के अनुसार, शिमला के नारकंडा, कुफरी और खड़ापत्थर में देर रात से बर्फबारी हो रही है. इन मार्गों पर गाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह से ठप है. क्योंकि सड़कों पर फिसलन के साथ बर्फ के ढेर लग गए हैं. कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात को ही बिजली गुल है. शिमला पुलिस ने सैलानियों और स्थानीय लोगों के लिए यात्रा संबंधी एडवाइजरी जारी की है और फिसलन और अवरुद्ध सड़कों पर यात्रा ना करने की सलाह दी है. साथ ही आपात स्थिति के लिए 0177-2812344 नंबर जारी किया है.
लाहौल घाटी में देर रात से मौसम बदला है और लगातार बर्फबारी हो रही है. यहां पर 3 फीट तक ताजा बर्फ गिर चुकी है. लगातार बर्फबारी के चलते घाटी के सभी सड़क मार्ग और लेह-केलांग-मनाली सड़क मार्ग आवाजाही के लिए बंद है. बर्फबारी से घाटी के किसान और बागवानों के चेहरे पर रौनक लौटी है. जनवरी महीने में यहां पर दूसरी बार धुंआधार बर्फबारी हो रही है.
किन्नौर जिले में 13 घंटों से लगातार बर्फबारी का दौर जारी है. बर्फबारी से जिले के सभी लोकल सम्पर्क मार्ग सहित राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 यातायात के लिए बंद हो गया है. जिले में करीब 11 घंटों से बिजली गुल है. पूरे किन्नौर जिले में ब्लैक आउट है. जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में इस वक्त एक फीट से अधिक बर्फबारी हुई है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में डेढ़ से दो फीट बर्फबारी दर्ज की गई है. प्रशासन ने भी लोगों को एतिहात बरतने और घरों से बाहर न निकलने की अपील की है.