- संभलकर! शरीर में न होने दें विटामिन D की कमी, इस गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं आप - April 28, 2024
- ‘गरीबों के पसीने की बदबू आती है’, तेजस्वी ने नाक पर रखा रुमाल तो भाजपा ने कसा तंज - April 28, 2024
- Chanakya Niti: इन 4 लोगों से नाराज रहती है धन की देवी, साथ नहीं छोड़ती पैसों की तंगी! - April 28, 2024
पटनाः जदयू-राजद में क्या डील हुई? बिहार की सियासत में हर मुंह से अब ये बात हो रही है और हर कान से ये सवाल सुना जा रहा है, लेकिन इस सवाल का जवाब कौन किस मुंह दे, ये अभी सामने नहीं आया है. मंगलवार को जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने डील की बात कहकर जहां एक तरफ महागठबंधन की गांठ कुछ ढीली करने की कोशिश की है तो वहीं सीएम नीतीश को लेकर भी बड़ी बात कह दी है. उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान के बाद एक के बाद एक नेताओं के बयान आ रहे हैं.
कुशवाहा ने पूछा ये सवाल
असल में, मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ‘महागठबंधन में जाने से पहले राजद के साथ डील हुई है.क्या डील हुई है, नीतीश कुमार सबको बताएं. हम उनसे इस डील के बारे में जानना चाहते हैं.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीते दिनों से नीतीश कुमार कमजोर पड़े हैं. उन्हें जानबूझकर कमजोर करने की साजिश की जा रही है.
राजद पर कसा तंज
इसके पहले वह जब कमजोर हुए थे, तो हम हमेशा उनके साथ खड़े रहे थे. उपेंद्र कुशवाहा ने राजद के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश और हमारा दर्द एक है, कोई दूसरा हमारे साथ खड़ा नहीं है. कुशवाहा बोले कि ‘मैंने अपनी पार्टी का विलय करके उनको ताकत दी है, लेकिन अब जदयू लगातार कमजोर हो रहा है. इन दिनों मेरे ऊपर व्यक्तिगत प्रहार हो रहा है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आजकल राजद के लोग एक डील की बात कर रहे हैं. हम उनसे इस डील के बारे में जानना चाहते हैं.
इसके पहले कुशवाहा ने कही थी ये बात
इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा के जदयू से नाराज होने और पार्टी छोड़ने की अटकलें लगातार जारी हैं. हालांकि बीते दिनों कुशवाहा ने इसका खंडन किया था और कहा था कि वह दिल्ली में बीमार होने के दौरानन कुछ लोग बस व्यवहार वश मिले थे. हालांकि उन्होंने यह कहकर हलचल मचा दी थी कि कुछ लोग भाजपा से संपर्क में हैं.
मंगलवार को उनके बयान के बाद हम अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश को स्ट्रांग नेता बताया और कहा कि वह बिल्कुल कमजोर नहीं हैं. वहीं सीएम नीतीश ने खुद भी कहा कि उनकी बात ध्यान देने योग्य नहीं है. फिलहाल इस डील वाली राजनीति ने बिहार की सियासत को अभी हिला रखा है. कहा जा रहा है कि धुआं है तो आग भी होगी कहीं. देखते हैं वह कब धधकती है.