लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अधिकारियों की एक टीम ने इंदौर जाकर उनके सफाई माडल को देखने के बाद मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र को रिपोर्ट सौंपी है। इसके आधार पर यूपी के शहरों को साफ सुथरा बनाने के साथ कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था की जाएगी। इसका मकसद यूपी को स्वच्छता रैंकिंग में टॉप पर लाना है।
मुख्य सचिव ने स्वयं इंदौर जाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित बायो सीएनजी प्लांट को देखा। स्वच्छ भारत मिशन की निदेशक नेहा शर्मा, मथुरा-वृंदावन, झांसी, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली, फर्रुखाबाद, कुशीनगर, इकदिल नगर, मुरादाबाद, गोरखपुर के नगरीय निकायों के 13 प्रतिनिधि इंदौर दौरे पर गए।
इंदौर में मौके पर कचरा फेंकने वालों से जुर्माना वसूलने के बारे में पूरी जानकारी भी ली गई है। वहां के अफसरों ने बताया कि कचरा संग्रहण शुल्क तय है। इसके पहले डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन वार्ड में समय पर पहुंचने की व्यवस्था की गई है। इसके बाद मौके पर जुर्माना वसूलने की। जुर्माना न देने वालों के घरों की नपाई कराते हुए एक अनुमान लगाया जाता है कि कितना कचरा निकलता होगा, इसके आधार पर नोटिस देकर जुर्माना वसूला जाता है। वहां से लौटने के बाद टीम ने लखनऊ स्थित बायो सीएनजी प्लांट को मौके पर जाकर देखा। सदस्यों ने निगम की वर्कशाप व सिटी बस ऑफिस में कंट्रोल कमांड सेंटर को भी देखा।