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लखनऊ। रोडवेज के बेड़े में जल्द ही सात हजार नई बसें शामिल होंगी। इनकी खरीद परिवहन निगम खुद करेगा। इससे पुरानी बसों के रख-रखाव का भार सरकार पर कम होगा साथ ही लोगों की यात्रा आरामदायक होगी।
परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने शनिवार को बताया कि इसी क्रम में 1100 बसों की खरीद प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश की 7 प्रतिशत रूट पर केवल रोडवेज की बसें चलाने का प्रावधान है और 93 प्रतिशत रूट पर रोडवेज व निजी दोनों बसें चल सकती हैं।
प्रदेश सरकार 29 नवंबर को अपने हिस्से के 7 प्रतिशत रूट पर भी निजी बसों को परमिट देने जा रही है ताकि लखनऊ और दिल्ली तक के लिए अधिक से अधिक बसें संचालित हो सकें।
लखनऊ से हर जिले के लिए वॉल्वो
प्रदेश के सभी जिलों से लखनऊ के लिए एक-एक वॉल्वो बस चलाई जाएगी। वहीं, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, मथुरा, अयोध्या, कानपुर, झांसी और चित्रकूट के लिए प्रतिदिन एक से अधिक वॉल्वो चलाई जाएगी।
प्रदेश के धार्मिक स्थलों से पड़ोसी राज्यों के धार्मिक स्थलों के लिए भी वॉल्वो सेवा शुरू की जाएगी। अयोध्या से पुष्कर तक प्रतिदिन की यह सेवा जल्द शुरू होगी।
दिल्ली में चलेगी यूपी की 500 बसें
परिवहन मंत्री ने बताया कि दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के साथ हुए अनुबंध के तहत दिल्ली में यूपी रोडवेज की 500 बसें चलाई जाएंगी। इससे यूपी के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली-एनसीआर आने-जाने वाले लोगों को सुविधा और रोडवेज की आय बढ़ेगी।