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कुछ ऐसी बातें होती हैं जो आप दुनिया को बताओ या न बताओ लेकिन किसी न किसी माध्यम से वो दुनिया को पता चल ही जाती है। भारत की अग्नि-v मिसाइल की ताकत देखने के बाद वो इतना ज्यादा घबराया हुआ है कि उसने शांति की दिशा में काम करने की बात शुरू कर दी है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र के नियम का हवाला देने लगा है। आइए आपको बताते हैं पूरा मामला।
आ रहा है अग्नि-V
पांच हजार किलोमीटर रेंज वाले अग्नि-V मिसाइल का 23 सितंबर को परीक्षण किए जाने की संभावना है। ये मिसाइल सभी एशियाई देशों सहित अफ्रीका और यूरोप के कुछ हिस्सों सहित चीन की राजधानी बीजिंग को भी भेदने में सक्षम है। डीआरडीओ द्वारा विकसित 17 मीटर लंबी और 2 मीटर चौड़ी मिसाइल 1.5 टन का पेलोड ले जा सकती है। इसका वजन लगभग 50 टन है। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन, फ्रांस, इजरायल और उत्तर कोरिया के बाद इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल रखने वाला भारत आठवां देश है। अग्नि I, II, III और IV पहले ही सेना में कमीशन किए जा चुके हैं।
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यूएन में नियम समझाने लगा चीन
चीनी विदेश मंत्रालय ने यूएन के प्रस्ताव 1172 का हवाला देते हुए अग्नि-V मिसाइल परीक्षण की योजना को लेकर कहा है कि उसे उम्मीद है कि भारत सहित दक्षिण एशिया के सभी देश क्षेत्र में शांति और अस्थिरता बनाए रखने की भरसक कोशिश करेंगे। बता दें कि इस प्रस्ताव के तहत यूनाइटेड नेशंस ने 1998 में भारत के परमाणु बम परीक्षणों की निंदा की थी और आगे के परीक्षणों में शामिल होने से परहेज की बात कही थी।