‘मन की बात’ कार्यक्रम की बिल गेट्स ने की तारीफ, IIMC के सर्वे में बोले लोग- ‘असल भारत से कराया परिचय’

Bill Gates praised 'Mann Ki Baat' program, people said in IIMC survey - 'Introduced to real India'
Bill Gates praised 'Mann Ki Baat' program, people said in IIMC survey - 'Introduced to real India'
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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी (Mann Ki Baat @100) रविवार को प्रसारित होने वाली है. इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने पीएम मोदी को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘मन की बात ने स्वच्छता, स्वास्थ्य, महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और सतत विकास लक्ष्यों से जुड़े अन्य मुद्दों पर समुदाय के नेतृत्व वाली कार्रवाई को उत्प्रेरित किया है.’

इस बीच ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) ने एक सर्वे किया है, जिसके अनुसार 76 फीसदी भारतीय मीडियाकर्मियों की राय में प्रधानमंत्री मोदी के रेडियो कार्यक्रम ने देशवासियों का ‘असल भारत से परिचय’ कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

निस्वार्थ भाव से काम कर रहे लोगों से कराया परिचय
आईआईएमसी के मुताबिक, इस सर्वे में शामिल 75 प्रतिशत लोगों का कहना है कि ‘मन की बात’ एक ऐसे मंच के रूप में सामने आया है, जहां लोगों का ऐसे व्यक्तियों से परिचय कराया जाता है, जो जनसामान्य के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं.’

आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने बताया कि संस्थान के आउटरीच विभाग द्वारा यह सर्वेक्षण 12 से 25 अप्रैल के बीच किया गया. इस सर्वे में देशभर के 116 अकादमिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों एवं मीडिया समूहों के कुल 890 पत्रकारों, मीडिया फैकल्टी, मीडिया शोधार्थियों और जनसंचार के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इनमें 326 महिलाएं एवं 564 पुरुष शामिल थे. सर्वे में शामिल 66 प्रतिशत लोग 18 से 25 वर्ष की उम्र के रहे. सर्वेक्षण में शामिल लोगों के अनुसार, ‘देश के बारे में जानकारी’ और ‘देश के प्रति प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण’, दर्शकों को इस कार्यक्रम को सुनने के लिए प्रेरित करने वाले 2 प्रमुख कारण रहे.

यूट्यूब पर सुनना पसंद करते हैं 63 फीसद लोग
इस अध्ययन में शामिल लोगों से जब यह पूछा गया कि अगर कभी वे कार्यक्रम को लाइव नहीं सुन पाते हैं, तो फिर कैसे सुनते हैं, तो 63 प्रतिशत लोगों का कहना था कि अन्य माध्यमों की तुलना में वे यूट्यूब पर ‘मन की बात’ सुनना ज्यादा पसंद करते हैं. वहीं, 76 प्रतिशत लोगों के अनुसार ‘मन की बात’ में विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को सुनकर उन्हें ऐसा एहसास होता है कि वे भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदार हैं.

प्रो. द्विवेदी के अनुसार, सर्वेक्षण में यह भी समझने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री द्वारा ‘मन की बात’ में चर्चा किए गए किस मुद्दे ने लोगों के जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित किया. इसके जवाब में 40 प्रतिशत लोगों ने कहा की ‘शिक्षा’ सबसे प्रभावशाली विषय है, जिसने उन्हें सोचने पर मजबूर किया, वहीं 26 प्रतिशत लोगों के अनुसार ‘जमीनी स्तर पर काम करने वाले गुमनाम समाज-शिल्पियों’ से संबंधित जानकारी उनके लिए काफी रोचक रही.

सबसे ज्यादा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सुनते हैं ‘मन की बात’
अध्ययन में यह भी जानने का प्रयास किया गया कि ‘मन की बात’ में चर्चा किए गए विषयों के बारे में लोग किनसे ज्यादा बातचीत करते हैं. 32 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपने परिवार के सदस्यों से इस बारे में अपने विचार साझा करते हैं, वहीं 29 प्रतिशत लोगों के अनुसार वे अपने दोस्तों और साथियों के साथ इस विषय पर बातचीत करते हैं.

सर्वेक्षण के दौरान एक रोचक तथ्य यह भी सामने आया कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने के लिए जहां 12 प्रतिशत लोग रेडियो और 15 प्रतिशत लोग टेलीविजन का प्रयोग करते हैं, वहीं लगभग 37 प्रतिशत लोग ‘इंटरनेट बेस्ड प्लेटफॉर्म’ पर इस कार्यक्रम को सुनना पसंद करते हैं.