मध्य प्रदेश में दोस्त की पत्नी की अश्लील फोटो खींचकर किया ब्लैकमेल, बनाया दबाव

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इंदौर। दोस्त की पत्नी की अश्लील तस्वीरें खींचने और उसे ब्लैकमेल कर धर्म परिवर्तन कर निकाह के लिए मजबूर करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना मध्य प्रदेश के इंदौर की है। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि पास के महू कस्बे के निवासी आसिफ यूसुफ शेख ने एक विवाहिता की अश्लील तस्वीरें खींच लीं और धमकी दी कि अगर उसने धर्म परिवर्तित कर उससे निकाह नहीं किया तो वह उन्हें वायरल कर देगा। महू पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपित ने उससे पैसे भी लिए। पीड़िता ने कहा कि शेख उसके पति का दोस्त है। इसलिए वह इसे घर आता-जाता रहता था। इसी बीच, मौका पाकर उसने दोस्त की पत्नी की अश्लील फोटो खींच लीं। इसके बाद उसे धर्मांतरण के बाद निकाह करने के लिए मजबूर करने लगा। महू थाना प्रभारी कुलदीप ने कहा कि आइपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली) और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम (2021) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, हालांकि आरोपित को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, क्योंकि मामले की जांच चल रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले भोपाल में खजूरी सड़क थाना पुलिस ने पड़ोसी जिले में पदस्थ एक महिला नायब तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस के एक निरीक्षक के खिलाफ केस वापस लेने के लिए धमकाने का केस दर्ज किया था। महिला की शिकायत पर निरीक्षक के खिलाफ सीहोर के कोतवाली थाने में छेड़छाड़, आइटी एक्ट आदि के तीन केस दर्ज हैं। शिकायत मिलने पर निरीक्षक को निलंबित किया जा चुका है। अब वह अदालत में विचाराधीन मामलों को वापस लेने के लिए महिला अधिकारी को धमका रहे है। थाना प्रभारी संध्या मिश्रा ने बताया कि पड़ोसी जिले में पदस्थ 31 वर्षीय महिला नायब तहसीलदार ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि 13 जनवरी को वह अपनी कार से भोपाल आ रही थीं। इस दौरान पड़ोसी जिले के एक थाने में टीआइ पदस्थ रहे शिशिर दास ने कार से उनका पीछा करना शुरू कर दिया। फंदा टोल नाके पर शिशिर ने ओवर टेक करते हुए उनकी कार को रोक दिया। इसके बाद केस वापस लेने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। फिर वीआइपी रोड पर भी शिशिर दास ने कार अड़ाकर उनकी कार रोकने की कोशिश की। घटना के बाद बुरी तरह भयभीत हो चुकी महिला अधिकारी ने रात नौ बजे थाने पहुंचकर शिकायत की। जांच के बाद पुलिस ने शिशिर दास के खिलाफ रास्ता रोककर केस वापस लेने के लिए धमकाने का केस दर्ज कर लिया।