इस दिवाली लोग सोने, चांदी या हीरे मोती के जेवरात की खरीदी जमकर कर रहे हैं. दरअसल, सोने को सौभाग्य, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए दिवाली में लक्ष्मी पूजन से पहले सोने के आभूषण खरीदने का प्रचलन है. दिवाली का सीजन शुरू होते ज्वेलरी दुकानों में भीड़ लग जाती है और इसी भीड़ में कई बार सोने की शुद्धता की परख ग्राहक नहीं कर पाते और ठगी का शिकार होते हैं.
हालांकि, ऐसे कई तरीके हैं जिससे सोने के असली होने की पहचान आसानी से की जा सकती है. इसकी जानकारी के लिए जब हमने कई देशों में जेमस्टोन, गोल्ड और सिल्वर माइनिंग के क्षेत्र में काम कर चुके क्वालिफाइड जेमोलॉजिस्ट विजय कुमार सोनी से बात की तब उन्होंने बताया कि दिवाली के समय सोने की खरीदी जरूर करनी चाहिए. लेकिन, सावधानी भी रखनी चाहिए कि हम जिस आभूषण को खरीद रहे हैं वह कितना शुद्ध है.
इन 6 तरीकों से पता चलेगा सोना असली या नकली
1. स्किन टेस्ट: जेमोलॉजिस्ट विजय सोनी बताते हैं कि स्किन टेस्ट सबसे ज्यादा कारगर है. यह तरीका सोने की अंगूठी की शुद्धता को चेक करने में उपयोगी है. यदि सोने की अंगूठी को पहनने के बाद कुछ ही दिन में उंगली में काले और हरे रंग का धब्बा बन जाता है तो जान लीजिए अंगूठी नकली है या फिर अंगूठी में सोने की शुद्धता की कमी है.
2. मैग्नेट टेस्ट: यह टेस्ट सोने की शुद्धता को परखने के लिए महत्वपूर्ण है. इस विधि के अंतर्गत सोने के आभूषण को एक टेबल में रखा जाता है और आभूषण के नजदीक से मैग्नेट घुमाया जाता है. यदि मैग्नेट की ओर आभूषण जरा भी आकर्षित होता है तो सोना के शुद्ध होने की संभावना कम है और यह सोना नकली है.
3. टीथ टेस्ट: इस टेस्ट के अंतर्गत सोने को अपने दांतों के बीच कुछ देर दबाकर रखना होता है. अगर आपका सोना असली होगा तो इस पर आपके दांतों के निशान दिखाई देंगे. क्योंकि सोना बहुत नाजुक धातु है. सोने की शुद्धता को पता करने का ये सबसे आसान तरीका है. जिसमे महज 2 मिनट के अंदर आप सोने की शुद्धता का पता लगा सकते हैं.
4. कटिंग टेस्ट: सॉलिड गोल्ड की खरीदी करते समय अपने समाने गोल्ड की कटिंग करवानी चाहिए. सोने की कटिंग में पूरी समरूपता बनी है तो वह शुद्ध सोना है. लेकिन उस कटिंग में यदि कलर का डिफरेंस आता है तो वहां पर गोल्ड के ऊपर कोई परत चढ़ाई गई है.
5. सिरमिक टेस्ट: सोने की शुद्धता को पता लगाने के लिए इस टेस्ट को महिलाएं घर में आसानी से कर सकती हैं. सिरमिक की प्लेट में आभूषण को स्क्रैच करने पर उसकी शुद्धता का पता लगाया जा सकता है. आभूषण को स्क्रैच करने पर ब्लैक या ग्रे कलर की लाइन खींचती है तो सोना नकली होगा. लेकिन स्क्रैच येलो कलर में आता है तो सोना होने की संभावना बढ़ जाती है.
6. एसिड टेस्ट: सोने की शुद्धता का पता लगाने के लिए एसिड टेस्ट सबसे कारगर है. लेकिन, यह टेस्ट ज्यादा रिस्की और कठिन है. नाइट्रिक एसिड और साल्ट से यह टेस्ट किया जाता है. इसका मिश्रण तैयार कर सोने को रगड़ने के बाद उसके ऊपर डाला जाता है. यदि सोना नकली हुआ तो आभूषण का रंग बदल जाएगा.