सहारनपुर-मुजफ्फरनगर में गुर्जर और राजपूतों में टकराव! दिनभर फूले रहे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव

Clash between Gurjars and Rajputs in Saharanpur-Muzaffarnagar! The hands and feet of the police administration were swollen throughout the day
Clash between Gurjars and Rajputs in Saharanpur-Muzaffarnagar! The hands and feet of the police administration were swollen throughout the day
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सहारनपुर/मुजफ्फरनगर। सहारनपुर जनपद में सम्राट मिहिर भोज को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज में टकराव की स्थिति बनी हुई है। गुर्जर समाज ने आज प्रतिबंध के बावजूद सम्राट मिहिर भोज यात्रा निकालने का एलान कर दिया। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने इन्हें रविवार शाम तक भी अनुमति नहीं दी। बिना अनुमति आज सुबह से ही गुर्जर समाज के लोग सैकड़ों की संख्या में एकत्र हुए और गौरव यात्रा शुरू की। वहीं, राजपूत समाज ने यात्रा का विरोध किया है। हालांकि पुलिस-प्रशासन सतर्क है लेकिन यात्रा को रोकने में असफल नजर आया।

रविवार को यात्रा को लेकर जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र और एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने दोनों समाज के लोगों से वार्ता कर स्पष्ट कर दिया कि किसी भी तरह की यात्रा नहीं निकलेगी। इसकी अनुमति भी दो दिन पहले निरस्त कर दी गई है। जिले में धारा 144 भी लागू हैं। ऐसे में कोई नई परंपरा शुरू नहीं होगी। किसी ने कानून का उल्लंघन किया तो कार्रवाई होगी। लेकिन अधिकारियों के निर्देशों को ताक पर रखकर गुर्जर समाज ने गौरव यात्रा निकाली।

गुर्जर समाज की ओर से शामली के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान, विरेंद्र गुर्जर, कैराना के ब्लॉक प्रमुख हर्षल चौधरी, शेर सिंह भांकला ने जिलाधिकारी व एसएसपी से मिलकर कहा कि यात्रा रोकने पर टकराव की स्थिति बन सकती है। इस यात्रा का कोई आयोजक नहीं है। गुर्जर समाज के प्रत्येक व्यक्ति ने यात्रा निकालने की बात कही है। इस मामले का निस्तारण शांतिपूर्ण तरीके से कराया जाए।

वहीं, क्षत्रिय समाज के युवाओं ने हकीकतनगर स्थित रामलीला मैदान पर धरना देकर गुर्जर समाज द्वारा निकाले जाने वाली यात्रा का विरोध किया। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की कि महापुरुषों के इतिहास से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

दोनों समाज में है टकराव
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के सदस्य आचार्य विरेंद्र विक्रम ने कहा कि गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज रघुवंशी सम्राट थे और गुर्जर प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी सम्राट थे। 851 ईसवीं मे भारत भ्रमण पर आए अरब यात्री सुलेमान ने उनको गुर्जर राजा और उनके देश को गुर्जर देश कहा। इसी तरह अनेक इतिहासकारों उनके गुर्जर होने का प्रमाण दिया है।

वहीं, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष डा. कुशलपाल ने कहा कि क्षत्रिय सम्राट मिहिर भोज को एक विशेष जाति के लोग गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं, जो गलत है। मिहिर भोज एक क्षत्रिय सम्राट थे। वे यात्रा का विरोध करते हैं।

20 को नामजद करते हुए 15 मुकदमे दर्ज
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि सोशल मीडिया पर यात्रा निकालने और उसका विरोध करने करने वालों में 20 लोगों को चिह्नित करते हुए नकुड़, देवबंद, नागल और गागलहेड़ी थानों में 15 मुकदमें दर्ज किए गए है। मुकदमों में अज्ञात लोगों की पहचान की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि इसके बाद भी माहौल खराब करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई की जाएगी।

मुजफ्फरनगर के चरथावल में बिरालसी चेक पोस्ट पर पुलिस ने की नाकेबंदी। सहारनपुर में गुर्जर समाज की रैली के विरोध करने की आशंका के मद्देनजर राजपूत समाज के लोगों को ग्रुप बनाकर जाने की इजाजत नहीं है। पुलिस ने सहारनपुर की सीमाओं को सील किया गया है। वाहनों को चेक किया जा रहा है। बिरालसी के अलावा बलवाखेड़ी, छिमाऊ और बुड्ढाखेड़ा, कुटेसरा में फोर्स तैनात की गई है। बलवाखेड़ी में किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह के नेतृत्व में काफिले में शामिल लोगों को रोका गया है।