कांग्रेस कड़वे करेले की तरह, घी में तलें या शक्कर में घोलें, कड़वा ही रहेगी: नरेंद्र मोदी

Congress is like a bitter gourd, whether fried in ghee or mixed in sugar, it will remain bitter: Narendra Modi
Congress is like a bitter gourd, whether fried in ghee or mixed in sugar, it will remain bitter: Narendra Modi
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चंद्रपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार अभियान चला रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने महाराष्ट्र के चंद्रपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। पीएम ने अपने भाषण में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस को ऐसा कड़वा करैला बताया है जो किसी भी हाल में अपनी कड़वाहट नहीं छोड़ता। नरेंद्र मोदी ने कहा, “चंद्रपुर से इतना सारा स्नेह मिलना मेरे लिए और भी विशेष है। चंद्रपुर ने भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए लकड़ी भेजी। नए भारत के प्रतीक संसद की नई इमारत में भी चंद्रपुर की लकड़ी लगी हुई है। चंद्रपुर की ख्याति पूरे देश में पहुंची है। मैं चंद्रपुर के लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”

उन्होंने कहा, “2024 का लोकसभा चुनाव ‘स्थिरता बनाम अस्थिरता’ के बीच है। एक ओर भाजपा-NDA है, जिसका ध्येय है- देश के लिए कड़े फैसले लो, बड़े फैसले लो। दूसरी ओर कांग्रेस और इंडी गठबंधन है, जिसका मंत्र है- जहां भी सत्ता पाओ खूब मलाई खाओ। आज देश का दलित, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब… मोदी सरकार को अपनी सरकार मानता है। मोदी किसी शाही परिवार में पैदा होकर प्रधानमंत्री नहीं बना। मोदी एक गरीब परिवार में जन्म लेकर, आपके बीच रहकर, यहां तक आया है।”

समस्याओं की जननी है कांग्रेस

प्रधानमंत्री ने कहा, “राजनीतिक पार्टियों का दायित्व होता है कि वो जनता की समस्याओं का समाधान करें, लेकिन कांग्रेस पार्टी खुद भी समस्याओं की जननी है। आप आजादी के बाद से गिनना शुरू कीजिए। देश का विभाजन हुआ, मजहब के नाम पर, ये विभाजन किसने करवाया? देश के आजाद होते ही कश्मीर में समस्या खड़ी कर दी गई। कश्मीर में समस्या किसने पैदा की? हमारे आसपास ही दुनिया के कई देश आजाद हुए। वो हमसे कहीं आगे बढ़ गए, लेकिन हमारा भारत पिछड़ता गया। तब ज्यादातर समय देश में किसकी सरकार थी? देश दशकों तक आतंकवाद का शिकार रहा, आए दिन कहीं भी बम ब्लास्ट हो जाते थे। तुष्टिकरण के लिए आतंकवादियों को संरक्षण कौन देता था? देश में नक्सलवाद जैसी समस्या इतनी विकराल हो गई, ये लाल आतंक किसकी देन थी?”

उन्होंने कहा, “आजादी के सात दशक बाद तक राम मंदिर का 500 साल पुराना विवाद बना हुआ था। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर अड़ंगा कौन लगाता था? किस पार्टी के लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते थे? कौन सी पार्टी के वकील सुप्रीम कोर्ट में जाकर कहते थे कि राम मंदिर पर फैसला नहीं सुनाएं? किस पार्टी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन का बहिष्कार किया? किस पार्टी ने दशकों तक बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न नहीं मिलने दिया? इतने दशकों तक लोग पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। किसने पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा किया? हर बात का जवाब एक ही है।”

पीएम ने कहा, “पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। आपने एनडीए को पूर्ण बहुमत दिया। हमने देश की बड़ी-बड़ी समस्याओं का स्थायी इलाज किया है। आज महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश में नक्सलवाद कमजोर पड़ गया है। जो गढ़चिरौली नक्सली हिंसा के लिए जाना जाता था, अब उसकी ख्याति इस्पात और स्टील कंपनी के लिए हो रही है।”

कड़वे करेले जैसी है कांग्रेस
नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक कहावत है, कड़वे करेले को घी में तलें, या शक्कर में घोलें, वो फिर भी कड़वा का कड़वा ही रहता है। ये कहावत कांग्रेस पर सटीक लागू होती है। वो सुधर ही नहीं सकते। वो कभी बदल नहीं सकते। अपनी करतूतों के कारण आज कांग्रेस पार्टी देश के भीतर जन समर्थन खो चुकी है। इसलिए अब कांग्रेस खुलकर बांटों और राज करो का खेल कर रही है। कांग्रेस ने अपना जो घोषणापत्र निकाला है उसमें भी मुस्लिम लीग की भाषा लिखी गई है। क्या इसे देश स्वीकार करेगा? इनके सांसद भारत के एक और विभाजन की बात कर रहे हैं। इंडी अलायंस के लोग दक्षिण भारत को अलग करने की धमकी दे रहे हैं। इंडी अलायंस में शामिल डीएमके पार्टी सनातन को डेंगू, मलेरिया कहकर उसके खात्मे की बात करती है। कांग्रेस, नकली शिवसेना वाले उन्हीं लोगों को महाराष्ट्र में लाकर, उनसे रैली करवाते हैं।”