अहमदाबाद: गुजरात में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साबरमती जेल के सरप्राइज विजिट के बाद शुक्रवार को पूरी रात ऑपरेशन जेल चला। अहमदाबाद की साबरमती जेल समेत राज्य की तमाम जेलों में बॉडी वॉर्न कैमरों (वर्दी पर लगे कैमरे) से लैस टीमों ने तलाशी ली। इस दौरान कैदियों और अपराधियों की भी तलाशी ली गई। साबरमती जेल में यूपी के माफिया अतीक अहमद की बैरक में बॉडी वार्न कैमरे से लैस टीमें पहुंचीं। इसके बाद पूरी बैरक की तलाशी ली गई। इस विशेष ऑपरेशन में अतीक अहमद की भी तलाशी हुई। ऑपरेशन में राज्य की जेलों से दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल मिले हैं। इसके अलावा दूसरी प्रतिबंधित चीजें भी मिली हैं।
गोपनीय रखा ऑपरेशन
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद को इस तरह ऑपरेशन के बारे में उम्मीद भी नहीं थी। रात में एकाएक चले सर्च ऑपरेशन में उसे जगाया गया और फिर तलाशी ली गई। सूत्र बताते हैं, बैरक की सर्च के दौरान अतीक अहमद के आंसू निकल आए। ऐसी ही हालत दूसरे अपराधियों की रही। गृह राज्य मंत्री के ऑपरेशन जेल की भनक किसी को नहीं लग पाई। टीमों को निर्देश दिए जाने से पहले तक सभी अधिकारी भी यह मानकर चल रहे थे। गृह राज्य मंत्री कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में जो कवायद करवा रहे हैं। वह किसी ट्रैफिक ड्राइव के लिए है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी कुछ दिन पहले साबरमती जेल का औचक निरीक्षण किया था। तब उन्होंने काफी ऐसी चीजों को नोटिस किया था। जो जेल मैनुअल के विपरीत थीं।
हाई सिक्योरिटी बैरक में है अतीक
माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। जून, 2019 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उसे उत्तर प्रदेश से अहमदाबाद की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था। प्रयागराज में 12 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के मामले के बाद अतीक अहमद फिर से यूपी पुलिस के रडार पर है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद के परिवार पर शिकंजा कसा हुआ है। रात में जब साबरमती जेल समेत दूसरी जेलों में ऑपरेशन जेल चला तो बड़े-बड़े अपराधियों की हालत पतली हो गई। इस पूरे ऑपरेशन में 1700 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लगाए गए।
सीएम ने देखा ऑपरेशन
गुजरात में पहली बार चले ऑपरेशन जेल को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अपने डैशबोर्ड पर देखा। राज्य में गृह विभाग सीएम के पास है। इसके राज्य प्रभार की जिम्मेदारी हर्ष संघवी के पास है। ऑपरेशन जेल की गोपनीयता से पुलिस महकमे के अफसर भी चकित रह गए। गृह मंत्री ने शाम को डीजीपी को मीटिंग का मैसेज भेजा। इसके बाद राज्य के पांच बड़े शहरों के सीपी और पांच डीसीपी समेत 100 पुलिसकर्मियों को बॉडी वॉर्न कैमरों के साथ कंट्रोल रूम कनेक्ट होकर तैयार रहने को कहा गया। इसके बाद गाड़ियों में टीमों को बैठने के निर्देश दिए गए। रात नौ बजे के बाद उन्हें जेलों में सर्च ऑपरेशन का निर्देश दिया गया। जानकारी के अनुसार सर्च ऑपरेशन में माफिया अतीक अहमद, पूर्व आईएएस प्रदीप शर्मा, टीएमसी नेता साकेत गोखले समेत अन्य अपराधियों की तलाशी ली गई। सर्च ऑपरेशन में जेलों से मोबाइल, गांजा, हेरोइन के अलावा काफ़ी चीज़ बरामद की गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ऑपरेशन जेल के बाद अब जेल अधिकारियों पर गाज गिरेगी। गुजरात में 7 जिला जेलों के अलावा 11 उप जेल और 1 महिला जेल के साथ 2 ओपन जेल और दो स्पेशल जेल हैं।