Electoral Bonds: किस पार्टी को किसने दिया सबसे अधिक चंदा? यहां देखिए पूरी लिस्‍ट

Electoral Bonds: Who donated the most to which party? See the full list here
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Electoral Bonds Partywise: इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) के जरिए किस पार्टी को किसने कितना पैसा दिया, ये अब सबके सामने आ चुका है. चुनाव आयोग ने डेटा रिलीज कर दिया है. डेटा के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 12 हजार 146 करोड़ रुपये राजनीतिक पार्टियों को दिए गए और इसमें से लगभग आधा पैसा बीजेपी को डोनेट किया गया है. सामने आया है कि केसीआर की पार्टी बीआरएस और कांग्रेस पार्टी को भी कंपनियों ने बढ़-चढ़कर चंदा दिया है. आइए जानते हैं कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कितना पैसा दिया है.

इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदे के रूप में बीजेपी को मेघा इंजीनियरिंग (584 करोड़), क्विक सप्लाई (375 करोड़), वेदांता (230 करोड़), भारती एयरटेल (183 करोड़), मदनियाल (175.5 करोड़), केवेंटर फूडपार्क (144.5 करोड़), डीएलएफ कमर्शियल (130 करोड़), बिरला कार्बन (105 करोड़), फ्यूचर गेमिंग (100 करोड़), हल्दिया एनर्जी (81 करोड़) और अन्य ने 3486.1 करोड़ रुपये दिए.

कांग्रेस को वेदांता (125 करोड़), एमकेजे एंटरप्राइजेज+ (120 करोड़), वेस्टर्न यूपी पावर Transco (110 करोड़), यशोदा अस्पताल (64 करोड़), अवीस ट्रेडिंग (53 करोड़), फ्यूचर गेमिंग (50 करोड़), ससमल इंफ्रा (39 करोड़), ऋत्विक प्रोजेक्ट्स (30 करोड़), एसईपीसी पावर (30 करोड़), सिद्धि ट्रेडिंग (22 करोड़) और अन्य ने 736.5 करोड़ रुपये दिए.

ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए फ्यूचर गेमिंग (542 करोड़), हल्दिया एनर्जी (281 करोड़), धारीवाल इंफ्रा (90 करोड़), एमकेजे एंटरप्राइजेज (45.9), Avees ट्रेडिंग (45.5 करोड़), आईएफबी एग्रो (42 करोड़), चेन्नई ग्रीन वुड्स (40 करोड़), पीसीबीएल (40 करोड़), प्रारंभ सिक्योरिटीज (38.8 करोड़), क्रिसेंट पावर (33 करोड़) और अन्य ने 394.1 करोड़ रुपये दिए.

बीजेडी को एस्सेल माइनिंग (1745 करोड़), जिंदल स्टील एंड पावर (100 करोड़), उत्कल एल्युमिना (70 करोड़), रूंगटा संस (50 करोड़), एसएन मोहंती (45 करोड़), रश्मf सीमेंट (45 करोड़), वेदांत (40 करोड़), पेंगुइन ट्रेडिंग (30.5 करोड़), जिंदल स्टेनलेस (30 करोड़), रश्मि मेटालिक्स (27 करोड़ और अन्य ने 163.5 करोड़ रुपये दिए.

बीआरएस को मेघा इंजीनियरिंग (195 करोड़), यशोदा अस्पताल (94 करोड़), चेन्नई ग्रीन वुड्स (50 करोड़), डॉ रेड्डीज लैब्स (32 करोड़), हेटेरो ड्रग्स (30 करोड़), आईआरबी एमपी एक्सप्रेसवे (25 करोड़), ऑनर लैब (25 करोड़), एनएसएल एसईजेड हैदराबाद (24.5 करोड़), एल7 हाईटेक (22 करोड़) और अन्य ने 693.7 करोड़ रुपये दिए.

डीएमके को फ्यूचर गेमिंग (503 करोड़), मेघा इंजीनियरिंग (85 करोड़) और अन्य ने 44 करोड़ रुपये दिए.

वाईएसआरसीपी को फ्यूचर गेमिंग (154 करोड़), मेघा इंजीनियरिंग (37 करोड़), रैमको सीमेंट्स (24 करोड़), ओस्ट्रो जैसलमेर (17 करोड़), ओस्ट्रो मध्य विंड (17 करोड़); स्नेहा काइनेटिक पावर प्रोजेक्ट्स (10 करोड़) और अन्य ने 69.8 करोड़ रुपये दिए.

टीडीपी को शिरडी साईं इलेक्ट्रिकल्स (40 करोड़): मेघा इंजीनियरिंग (28 करोड़), वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसको (20 करोड़), नैटको फार्मा (14 करोड़), डॉ. रेड्डीज लैब्स (13 करोड़), भारत बायोटेक (10 करोड़) और अन्य ने 86.6 करोड़ रुपये दिए.

शिवसेना को बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन (85 करोड़), क्विक सप्लाई (25 करोड़) और अन्य ने 42.5 करोड़ रुपये दिए. जेडीएस को नारा कंस्ट्रक्शन्स (10 करोड़), ऋत्विक प्रोजेक्ट्स (10 करोड़) और अन्य ने 21 करोड़ रुपये दिए. लालू यादव की पार्टी आरजेडी को आईएफबी एग्रो ने 35 करोड़ और अन्य ने 37.5 करोड़ रुपये दिए.

एनसीपी को क्विक सप्लाई चेन और अन्य ने 18.5 करोड़ रुपये मिले. वहीं, आम आदमी पार्टी को Avees ट्रेडिंग ने 10 करोड़ और अन्य ने 55.3 करोड़ रुपये दिए. इसके अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को मेघा इंजीनियरिंग ने 10 करोड़ और अन्य ने 2 करोड़ रुपये दिए.