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देहरादून, 22 अक्टूबर। पंजाब प्रभारी से मुुुक्त होते ही अब पूर्व सीएम हरीश रावत उत्तराखंड पर पूरी तरह से फोकस करेंगे। ऐसे में विरोधी गुट के लिए भी हरीश रावत अब फुलटाइम उत्तराखंड में रहकर मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। इधर हरीश रावत के फुलटाइम उत्तराखंड में समय देने से पहले ही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के अचानक सुर बदल गए हैं। हरक सिंह रावत ने हरीश रावत से माफी मांगने की बात की है। हरक सिंह लगातार हरीश रावत के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। लेकिन शुक्रवार को हरक सिंह रावत के सुर बदले हुए नजर आए। जिसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
दलबदल के चर्चे के बीच बयान के निकाले जा रहे सियासी मायने
उत्तराखंड कांग्रेस में इन दिनों दलबदल को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस में आने के लिए हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा के लगातार कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन बागियों को रोकने के लिए हरीश रावत लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में हरीश रावत ने बागियों की एंट्री न हो पाए इसके लिए पूरा जोर लगाया हुआ है। हरीश रावत ने बागियों की एंट्री के लिए शर्तें तक रखी हुई हैं। साथ ही हाईकमान से बागियों को न लेने की तक अपील की है। हरीश रावत सबसे ज्यादा हरक सिंह को लेकर बयान दे रहे हैं। बागियों को लेकर लगातार बयानबाजी करने से नाराज हरक सिंह रावत लगातार हरीश रावत को निशाना बना रहे हैं। हरक सिंह रावत ने हाल ही में कांग्रेस में ज्वाइनिंग करने के लिए हरीश रावत को तक चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर वे कांग्रेस ज्वाइन करना चाहें तो हरीश रावत भी नहीं रोक देते। इतना ही नहीं हरीश रावत के पिछले विधानसभा में दो विधानसभा सीटों से चुनाव हारने पर भी हरक सिंह तंज कस चुके हैं। लेकिन हरक सिंह के अचानक हरीश रावत को लेकर सुर बदलने से नए सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि वह अब हरीश रावत के खिलाफ कुछ नहीं कहेंगे,हरक सिंह रावत ने हाथ जोड़ते हुए कहां है कि वह हरीश रावत के चरणों में नतमस्तक हैं,हरीश रावत का हर शब्द उनके लिए आशीर्वाद है फूल के सम्मान है। अब वह हरीश रावत के खिलाफ कुछ नहीं कहेंगे। हरीश रावत उनके बड़े भाई हैं इसलिए वह माफी मांग रहे हैं इसका यह मतलब नहीं कि वह कांग्रेस में जाने के लिए माफी मांग रहे हैं।
हरक के बयान के तलाशे जा रहे मायने
हरीश रावत और हरक सिंह रावत के बीच जुबानी जंग 2016 से ही जारी है लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव नजदीक आते हुए यह जंग और तेज हो गई थी जब हरीश रावत ने बागियों को जिनमें हरक सिंह रावत भी शामिल हैं पापी और अपराधी तक कह दिया था। जिसको लेकर हरक सिंह ने भी कई पलटवार हरीश रावत पर किए थे। हरक सिंह रावत का यह बयान हरीश रावत के भाजपा में भगदड़ मचने के बयान के बाद आया है। साथ ही हरीश रावत के पंजाब प्रभारी से मुक्त होने के बाद आया है। जिससे सियासी गलियारों में हरक के बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।