लोगों का हाथ देखकर कैसे ट्रेन में अपने लिए सीट पा जाते थे पीएम मोदी, सुनाया बचपन का दिलचस्प किस्सा

How PM Modi used to get a seat for himself in the train by looking at people's hands, narrated an interesting story from his childhood.
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में देश का पहला नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड आयोजित किया गया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर हिट तमाम कंटेंट क्रिएटर्स को अवॉर्ड दिए। इसमें एक अवॉर्ड वैदिक ज्योतिष और प्राचीन भारतीय ज्ञान के क्षेत्र में नाम स्थापित करने के लिए अरिदमन को भी दिया गया। उन्हें सर्वश्रेष्ठ माइक्रो क्रिएटर पुरस्कार अवॉर्ड मिला। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने बचपन का एक किस्सा सुनाया। इसमें उन्होंने बताया कि कैसे वे जब ट्रेन में सफर करते थे तो सीट पर बैठने के लिए लोगों के हाथ देखने लगते थे। इससे लोग उन्हें खुद ही सीट पर बैठने के लिए कह देते थे।

अवॉर्ड देने के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ”मैं अपने बचपन का अनुभव बताता हूं। बहुत यात्रा करता था। कभी रिजर्वेशन नहीं होता था। भीड़ बहुत होती थी, अन-रिजर्व डिब्बे से सफर करता था। तो मैं देखता कि हां, यहां थोड़ा मौका है तो किसी का हाथ पकड़कर उसे देखना शुरू कर देता था। इसके बाद लोग मेरे लिए सीट की व्यवस्था कर देते थे और कहते थे कि आइए-आइए बैठिए। पीएम मोदी के बचपन का किस्सा सुनाने के बाद वहां उपस्थित तमाम क्रिएटर्स अपनी हंसी नहीं रोक पाए। लोगों ने जमकर तालियां बजाईं। पीएम मोदी ने अवॉर्ड के दौरान कई अन्य क्रिएटर्स से बात की और कई से हंसी-मजाक भी किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को प्रौद्योगिकी के अलग-अलग माध्यमों से विभिन्न प्रकार की सामग्री सृजन करने वालों (कंटेंट क्रिएटर्स) से ‘क्रिएट ऑन इंडिया मूवमेंट’ शुरू करने और भारत की संस्कृति, विरासत और परंपराओं पर दुनिया के साथ कहानियों को साझा करने का आग्रह किया। मोदी ने भारत मंडपम में प्रथम राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार (नेशनल क्रिएटर्स पुरस्कार) प्रदान करने के बाद कहा, ”आइए हम भारत के बारे में सृजन करें, दुनिया के लिए सृजन करें।” ‘ग्रीन चैंपियन’ श्रेणी में प्रवेश पांडे को पुरस्कृत किया गया, जबकि कीर्तिका गोविंदसामी को सर्वश्रेष्ठ कहानीकार का पुरस्कार दिया गया।

गायिका मैथिली ठाकुर को ‘कल्चरल एंबेसडर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार मिला। टेक श्रेणी में गौरव चौधरी और सर्वश्रेष्ठ यात्रा निर्माता पुरस्कार कामिया जानी को दिया गया। उन्होंने कहा, ”आइए, हम सब मिलकर ‘क्रिएट ऑन इंडिया मूवमेंट’ की शुरुआत करें। आइए, हम भारत से, भारत की संस्कृति, भारत की विरासत और परंपराओं से जुड़ी कहानियां पूरी दुनिया के साथ साझा करें।” मोदी ने पुरस्कार प्रदान करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा, ”आइए, हम भारत की अपनी कहानी सभी को बताएं। आइए हम भारत पर सृजन करें, विश्व के लिए सृजन करें। ऐसा ‘कंटेंट क्रिएट’ करें, जिससे आपके साथ-साथ देश को ज्यादा ‘लाइक्स’ मिलें। हमें इसके लिए वैश्विक दर्शकों को जोड़ना चाहिए।”