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नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) शुक्रवार को आगामी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal elections) के मद्देनजर पार्टी का दृष्टि पत्र जारी करेंगे. हिमाचल की 68-सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 फरवरी को मतदान होना है. भाजपा सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश में पांच नवंबर और नौ नवंबर को दो-दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री शनिवार को मंडी और सोलन में रैलियों को संबोधित करेंगे.
हिमाचल प्रदेश में फिलहाल भाजपा का शासन है और उसकी कोशिश राज्य में फिर से सरकार बनाने की है. हिमाचल में हर चुनाव में सरकार बदलने की पिछले कुछ दशकों से एक परंपरा रही है. हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिसात बिछ चुकी है. हिमाचल में 1990 के बाद से कोई भी सरकार रिपीट नहीं हुई है, इसलिए इस मिथक को तोड़ने के लिए बीजेपी (BJP) की डबल इंजन की सरकार ने पूरी ताक़त झोंक दी है लेकिन इसमें सबसे बड़ा रोड़ा बीजेपी के ही बागी नेता बनते दिखाई दे रहे हैं. बीजेपी नेतृत्व जल्दी इन बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएगा.
हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा की 68 सीटों का चुनाव काफी रोचक होता दिखाई दे रहा है, जहां बीजेपी डबल इंजन सरकार के विकास के दम पर फिर से भगवा फहराने का दावा कर रही है वहीं उसके बागी नेता भी उसके लिए सिर दर्द बढ़ाने का काम कर रहे हैं. टिकटों की घोषणा के बाद करीब दो दर्जन बागी बीजेपी नेताओं ने चुनाव में ताल ठोक दी है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद हिमाचल में डेरा डाल दिया है. बीजेपी की रणनीति है कि प्रधानमंत्री मोदी की छवि को सामने रख कर एक बार फिर से हिमाचल में बीजेपी की सरकार जयराम ठाकुर के नेतृत्व में लाई जाए. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इन सभी बागी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाली है. पार्टी के निर्देशों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सभी बागियों को पार्टी बाहर का रास्ता दिखाएगी और 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करेगी. बीजेपी का पूरा जोर है कि उस मिथक को तोड़ना कि कोई सरकार हिमाचल में रिपीट नहीं होती.