देर रात आए भूकंप ने मचा दी तबाही, बिछी लाशें ही लाशें, यहां देखें विस्तार से

Late night earthquake caused devastation, only dead bodies were lying, see here in detail
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नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े इलाके में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में तेज झटके आए हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी भूकंप के झटके आए हैं। इस बार भूकंप की टाइमिंग भी थोड़ी ज्यादा थी और एक के बाद एक दो झटके आए हैं। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है। भूकंप के डर से दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम समेत एनसीआर के कई शहरों में लोग घरों से बाहर निकल आए। बीते कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब भूकंप की इतनी अधिक तीव्रता महसूस की गई है।

अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र (Hindukush) में मंगलवार (21 मार्च) रात 6.5 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के झटके अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए. पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप की वजह से भारी नुकसान भी हुआ है. अफगानिस्तान में भूकंप से अब तक कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं पाकिस्तान में 2 औरतों समेत 11 लोग भूकंप की वजह से मार गए हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 160 लोग जख्मी भी हुए हैं. अफगानिस्तान में आंतरिक मामलों के कार्यवाहक मंत्री सिरजाउद्दीन हक्कानी ने सभी 34 प्रांतों के राज्यपालों और देश भर के पुलिस प्रमुखों से भूकंप से प्रभावित सभी लोगों की मदद करने और उनका सहयोग करने का निर्देश दिया है. बता दें कि भूकंप के झटके अफगानिस्तान की राजधानी काबुल, साथ ही इस्लामाबाद और लाहौर सहित कई पाकिस्तानी शहरों में महसूस किए गए.

सतह से 187 किमी नीचे आया था भूकंप
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, मंगलवार रात का भूकंप सतह से 187 किमी नीचे उत्पन्न हुआ था. हिंदुकुश क्षेत्र में आमतौर पर गहरे भूकंप आते हैं, जो 100 किमी या उससे कम की गहराई पर उत्पन्न होते हैं. अगर गहरे भूकंप पर्याप्त रूप से मजबूत हों तो बड़े भौगोलिक क्षेत्रों में महसूस किए जाते हैं.

पाकिस्तान में गिरी मकान की छत
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने बताया कि भूकंप के समय, रावलपिंडी के एक बाजार में भगदड़ की सूचना मिली. खबर में कहा गया है कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के कम से कम पांच सदस्य घायल हो गए.

भारत में भी भूकंप के झटके
हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में भी झटके महसूस किए गए. एक अधिकारी ने कहा कि भूकंप के ठीक बाद जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में मोबाइल सेवा बाधित हो गई. एनसीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र अक्षांश पर 36.09 डिग्री उत्तर और देशांतर पर 71.35 डिग्री पूर्व में 156 किमी की गहराई में था. उत्तरकाशी और चमोली ​सहित उत्तराखंड के कई स्थानों पर भी झटके महसूस किए गए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उम्मीद है कि आप सभी सुरक्षित होंगे.” झटकों के बाद पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में लोग घरों से बाहर निकल गए. कुछ लोगों ने दावा किया कि एक इमारत झुक गई, लेकिन यह सूचना गलत निकली. अधिकारियों ने कहा कि एक इमारत के झुकने के बारे में सूचना के बाद दमकल की दो गाड़ियों को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर में भेजा गया.

‘…हमने देखा कि पंखे भी हिल रहे थे’
नोएडा के एक निवासी ने कहा कि उसने सबसे पहले डाइनिंग टेबल को हिलते हुए देखा. नोएडा में हाइड पार्क सोसाइटी के निवासी ने कहा, “इसके तुरंत बाद हमने देखा कि पंखे भी हिल रहे थे. भूकंप की तीव्रता काफी तेज थी और काफी देर तक झटके महसूस हुए.” गाजियाबाद की रहने वाली इंदरजीत कौर ने कहा, “हमने करीब 30 सेकंड तक झटके महसूस किए और हम अपने घर से बाहर निकल आए.”

पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में भूकंप की वजह से एक मकान के झुकने की जानकारी सामने आई है। भूकंप के तेज झटकों के बीच जब लोग बाहर निकल रहे थे तो इस बीच शकरपुर इलाके में यह बात तेजी से फैल गई कि एक इमारत झुक गई है। यह इमारत मेट्रो स्टेशन के नजदीक डी ब्लॉक में है। हालांकि क्षेत्रीय पार्षद रामकिशोर शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि मकान झुकने की खबर सरासर गलत है। लोगों ने पुलिस काल की और फायर ब्रिगेड की गाड़ी यहां पहुंची थी। फायर विभाग प्रमुख अतुल गर्ग ने भी यह बताया कि विकास मार्ग के शकरपुर क्षेत्र में एक इमारत के झुके होने के बारे में कॉल आई थी। यह कॉल 9 बजतकर 40 मिनट के आसपास की है। इसपर फायर विभाग की टीम मौके पर पहंची भी। लेकिन झूकने की खबर सही नहीं थी। बिल्डिंग में कोई झुकाव नहीं मिला, कॉल पड़ोसी ने की थी।