कहीं चलीं गोलियां, कहीं मिले बम…कैसा रहा 102 सीटों पर पहले फेज का मतदान, यहां देखे विस्तार से

Bullets were fired somewhere, bombs were found somewhere...how was the first phase of voting on 102 seats?
Bullets were fired somewhere, bombs were found somewhere...how was the first phase of voting on 102 seats?
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुक्रवार को संपन्न हो गया. चुनाव आयोग ने बताया है कि फाइनल प्रतिशत 60.03% वोटिंग का है. कई जगह पर यह देखा गया कि तय समय के बीच भी लंबी कतारें लगी हुई थीं. पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ. इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों व विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो गया. इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के मतदान के लिए देश भर में 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे. इन मतदान केद्रों पर कुल 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता थे.

असल में कुलमिलाकर मतदान संपन्न हो गया है. हालांकि कहीं गोलियां चलीं, कहीं बम जरूर मिले. यहां तक कि बीजापुर में चुनाव ड्यूटी में लगे सीआरपीएफ कांस्टेबल देवेंद्र कुमार शहीद हुए हैं. उपद्रवियों ने कूच विहार में बम फोड़े, मणिपुर में फायरिंग भी हुई लेकिन मतदान चलता रहा. वहीं शुक्रवार को जिन केंद्रीय मंत्रियों के भाग्य का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हुआ उनमें नागपुर से नितिन गडकरी, डिब्रूगढ़ से सर्बानंद सोनोवाल, अरुणाचल पश्चिम से किरण रिजिजू, उधमपुर से जितेंद्र सिंह, अलवर से भूपेंद्र यादव, बीकानेर से अर्जुन राम मेघवाल व तमिलनाडु के नीलगिरी से एल मुरुगन शामिल रहे.

कड़ी निगरानी रखी गई..
शराब, नशीले पदार्थों, नकदी आदि की अवैध खेप पर नजर रखने के लिए 1,374 अंतरराज्यीय और 162 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर निगरानी रखी गई. शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सड़क मार्ग और सीमाओं के अलावा समुद्री और हवाई मार्ग पर भी कड़ी निगरानी रखी गई.

सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग..
वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई और शाम 6 बजे खत्म हुई. मतदान समाप्ति का समय कुछ स्थान पर भिन्न था. इन 102 सीटों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं और 11,371 थर्ड जेंडर थे. 35.67 लाख मतदाता ऐसे थे, जिनके पास अपने मताधिकार का प्रयोग करने का यह पहला अवसर था. इसके अतिरिक्त, 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता व 85 वर्ष से अधिक आयु के 14.14 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता थे. 13.89 लाख विकलांग व्यक्ति (पीडब्ल्यूडी) भी इस चुनाव में मतदाता रहे. इन्हें घर से ही मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया था.

माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती..
मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष ट्रेनें और लगभग 1 लाख वाहन तैनात किए गए थे. सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती के साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की गई. चुनाव आयोग ने कुल 4,627 उड़न दस्ते, 5,208 सांख्यिकी निगरानी दल, 2,028 वीडियो निगरानी दल और 1,255 वीडियो देखने वाली टीमें तैनात की थी. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन महत्वपूर्ण सीटों पर चुनाव हुआ उनमें नागपुर, कन्याकुमारी, चेन्नई सेंट्रल, मुज्जफनगर, सहारनपुर, कैराना, पीलीभीत, डिब्रूगढ़, जोरहाट, जयपुर, छिंदवाड़ा, जमुई, बस्तर, नैनीताल व लक्षद्वीप शामिल रहे.

कई जगहों पर लंबी कतारें..
पहले चरण के मुख्य चेहरों में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से जितिन प्रसाद, तमिलनाडु से कार्ति चिदंबरम, तमिलनाडु के कोयंबटूर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई, चेन्नई सेंट्रल से दयानिधि मारन व छिंदवाड़ा से नकुलनाथ भी शामिल थे. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 18 लाख से अधिक मतदान अधिकारियों की तैनाती की थी. फिलहाल पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया. चुनाव आयोग ने बताया है कि फाइनल प्रतिशत 60.03% वोटिंग का है. Input Agency

चुनाव आयोग के मुताबिक प्रत्येक राज्य का फाइनल मतदान प्रतिशत​-
अंडमान निकोबार- 56.87
अरुणाचल प्रदेश- 65.46
असम- 71.38
बिहार- 47.49
छत्तीसगढ़- 63.41
जम्मू-कश्मीर- 65.08
लक्षद्वीप- 59.02
मध्य प्रदेश- 63.33
महाराष्ट्र- 55.29
मणिपुर- 68.62
मेघालय- 70.26
मिजोरम- 54.18
नगालैंड- 56.77
पुडुचेरी- 73.25
राजस्थान- 50.95
सिक्किम- 68.06
तमिलनाडु- 62.19
त्रिपुरा- 79.90
उत्तर प्रदेश- 57.61
उत्तराखंड- 53.64
पश्चिम बंगाल- 77.57