मुकेश अंबानी, मस्‍क, बिल गेट्स…, कौन रहा पढ़ाई का कीड़ा, किसने बीच में छोड़ी

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नई दिल्‍ली: पैरेंट्स अक्‍सर अपने बच्‍चों पर पढ़ाई का खूब प्रेशर बनाते हैं। उन्‍हें लगता है कि यही एक चीज है जिसके बूते उनके बच्‍चे भविष्‍य बना सकते हैं। अच्‍छा रुतबा और पैसा कमा सकते हैं। क्‍या सिर्फ पढ़े-लिखे लोग ही बेशुमार दौलतमंद बनते हैं? इसका कुछ आइडिया दुनिया के सबसे अमीर लोगों की पढ़ाई-लिखाई के बैकग्राउंड को देखकर लगाया जा सकता है। इनमें बर्नार्ड अरनॉल्‍ट, एलन मस्‍क, जेफ बेजोस, मुकेश अंबानी, वॉरेन बफे जैसे दिग्‍गज शामिल हैं। आइए, यहां जानते हैं कि वह कितना पढ़े हैं।

इंजीनियर हैं बर्नार्ड अरनॉल्ट
बर्नार्ड अरनॉल्ट दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स हैं। उन्‍होंने पेरिस के जाने-माने इंजीनियरिंग स्कूल इकोले पॉलिटेक्निक से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।
अरनॉल्ट ने शिक्षा पूरी करने के बाद अपने पिता की मैन्‍यूफैक्‍चरिंग कंपनी में काम करना शुरू किया। उन्होंने 1984 में क्रिश्चियन डायर को खरीदा और 1989 में लुई वीटॉन के साथ विलय कर दिया। वह 1990 से लग्‍जरी ब्रांड LVMH के सीईओ हैं। अरनॉल्ट की शिक्षा ने उन्हें एक सफल उद्यमी बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी शिक्षा से मिले ज्ञान और कौशल का इस्‍तेमाल LVMH को दुनिया का सबसे बड़ा लक्जरी ब्रांड बनाने में किया।

एलन मस्‍क आर्ट्स/साइंस में ग्रेजुएट
एलन मस्क ने कई विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त की है। उनके पास साइंस और आर्ट्स में बैचलर डिग्री है। उन्होंने 17 साल की उम्र में कनाडा की नागरिकता प्राप्त की थी। ओंटारियो के किंग्स्टन में वह क्वींस यूनिवर्सिटी में फिजिक्‍स और इकनॉमिक्‍स पढ़ने के लिए चले गए। फिर उन्‍हें पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में ट्रांसफर कर दिया गया। यहां उन्होंने अर्थशास्त्र और भौतिकी में स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्होंने फिजिक्‍स में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश भी लिया था। लेकिन, दो दिन बाद ही इसे छोड़ दिया। मस्‍क ने अपनी शिक्षा के बल पर ही कई सफल कंपनियों को बनाया। इनमें टेस्ला, SpaceX, और Neuralink जैसी कंपनियां शामिल हैं।

जेफ बेजोस हैं इलेक्‍ट्रिकल इंजीनियर
जेफ बेजोस ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया है। वह अपनी शिक्षा के दौरान गणित और विज्ञान में बहुत अच्‍छे थे। उन्होंने वॉल स्ट्रीट पर एक फाइनेंशियल एनालिस्ट के रूप में काम करना शुरू किया। ऑनलाइन किताबें बेचने के लिए ही जेफ बेजोस ने Amazon.com की नींव रखी थी। यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेलर कंपनी है।

यूनिवर्सिटी ड्रॉपआउट हैं लैरी एलिसन
ऑरेकल के चीफ टेक्‍नोलॉजी ऑफिसर लैरी एलिसन ने दो विश्वविद्यालयों में एडमिशन लिया। लेकिन, वह दोनों से ही ग्रेजुएशन पूरा नहीं कर सके। पहली बार 1964 में उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। लेकिन, एक सेमेस्टर के बाद छोड़ दिया। फिर 1966 में उन्होंने इलिनॉय यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। लेकिन, दो साल बाद छोड़ दिया। भले वह ड्रॉपआउट रहे, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा के बूते Oracle Corporation को दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक बनाने के लिए किया।

बिल गेट्स भी ड्रॉपआउट वाली लिस्‍ट में
बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्‍थापक हैं। अपने दोस्त पॉल एलन के साथ उन्‍होंने इस कंपनी की नींव रखी थी। दुनिया के टॉप दौलतमंदों में बिल गेट्स का नाम आता है। उन्‍होंने हार्वर्ड कॉलेज में दाखिला जरूर लिया। लेकिन, ग्रेजुएशन पूरा नहीं कर सके। तीन सेमेस्‍टर पूरे होने के बाद ही उन्‍होंने पढ़ाई छोड़ दी थी। उन्होंने 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी। बिल गेट्स ने अपनी शिक्षा के दौरान कई कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषाएं सीखीं। उन्‍होंने कई कंपनियों में भी काम किया। शिक्षा के दौरान वह मैथ्‍स और साइंस में बहुत अच्‍छे थे।

मुकेश अंबानी ने केमिकल इंजीनियरिंग में ली है डिग्री
मुकेश अंबानी भारत के सबसे दौलतमंद शख्‍स हैं। दुनिया के टॉप अमीरों में भी वह शुमार हैं। उन्‍होंने मुंबई विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। 1975 में उन्होंने मुंबई के ही सेंट मेरीज स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। 1981 में मुकेश ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश लिया था। हालांकि, एमबीए प्रोग्राम को बीच में ही उन्‍होंने छोड़ दिया था। इसके बाद उन्‍होंने तुरंत अपने पिता के साथ रिलायंस इंडस्‍ट्रीज में काम करना शुरू किया था।