बिहार में नया बवाल: अधिकारियों की बैठक में जीजाजी को लेकर पहुंचे तेज प्रताप

New uproar in Bihar: Tej Pratap regarding brother-in-law in officers' meeting
New uproar in Bihar: Tej Pratap regarding brother-in-law in officers' meeting
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पटना : बिहार की नई महागठबंधन सरकार विवादों में घिरती दिख रही है। अभी कार्तिकेय शर्मा के अपहरणकांड मामले से निपट ही रहे थे कि तेज प्रताप यादव ने ‘जीजाकांड’ कर दिया। सरकारी मीटिंग में अपने बड़े बहनोई और मीसा भारती के पति शैलेश यादव के साथ पहुंचे। बकायदा उन्होंने मीटिंग में भाग लिया। अधिकारियों के बगल में बैठे रहे। कागजातों के पन्ने पलटते रहे।

तेज प्रताप के साथ बैठक में बहनोई शैलेश शामिल
दरअसल, तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को प्रदूषण नियंत्रण विभाग की बैठक की थी। इसमें उनकी बहन और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के पति शैलेश कुमार भी दिखे। नए वन पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप जब विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे, तब शैलेश यादव ठीक उनके बगल में बैठे थे। बिना किसी सरकारी पद के आधिकारिक बैठक में शैलेश के शामिल होने पर विवाद खड़ा हो गया।

मंत्री तेज प्रताप यादव ने खुद ट्वीट किया था फोटो
पूरे मामले पर बीजेपी हमलावर है। पार्टी से जुड़े नेता उस मीटिंग का फोटो ट्वीट कर आरजेडी और नीतीश सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। खास बात ये कि इस मीटिंग का फोटो नए वन पर्यावरण मंत्री बने तेजप्रताप यादव ने खुद ट्वीट किया था। हालांकि बाद में उनके ट्विटर को स्क्रॉल करने पर वो ट्वीट नहीं मिला। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने उसे डिलीट कर दिया। मगर बीजेपी नेता उसका स्क्रीन शॉट लेकर सवाल पर सवाल दागे जा रहे हैं। अब आरजेडी का पूरा ब्रिगेड लालू के बड़े लाल के बचाव में उतर गया है। अजब-गजब तर्क भी दिए जा रहे हैं।

‘तो तेज प्रताप सबसे बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे’
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने नीतीश सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि ‘बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री तेज प्रताप यादव को कोई हल्के में ना ले। हमारे भाई शैलेश जी भी साथ बैठे हैं। मेरा दावा है कि राजद के सभी मंत्रियों से शैलेशजी ज्यादा समझदार- ज्ञानी- टैलेंटेड जरूर हैं। शैलेश भाई का आशीर्वाद रहा तो तेज प्रताप सबसे बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे।’

तेज प्रताप के बचाव में उतरे आरजेडी नेता
अब आरजेडी के नेता सफाई पर सफाई पेश कर रहे हैं। प्रवक्ता शशि यादव ने मीडिया से कहा कि शैलेश यादव किसी काम से तेज प्रताप से मिलने गए थे। मीटिंग चल रही थी, इसलिए उन्हें वहीं बैठकर इंतजार करने के लिए कहा गया। किसी मंत्री के चैंबर में जाना कोई गुनाह नहीं है। शैलेश कुमार ने किसी भी अधिकारी को कोई निर्देश या आदेश नहीं दिए।

नीतीश सरकार के तीन मंत्री विवादों में
कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के खिलाफ जारी वारंट को लेकर विवाद चल ही रहा है। साथ ही बीजेपी ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पर चावल घोटाले और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर कारतूस रखने के मामले को लेकर बयानबाजी की है। नया मामला तेज प्रताप को लेकर आ गया। सरकारी बैठक में वो अपने बहनोई को साथ लेकर आ गए। अब बीजेपी के नेता इसे जंगलराज का दर्जा दे रहे हैं।