Uttarkashi Tunnel Rescue Update : उत्तरकाशी की सिल्कयारा टलन ढहने के बाद फंसे 40 मजदूरों को अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है. हालांकि रेस्क्यू काम कर रही एजेंसियों का कहना है कि बचाव दल फंसे हुए मजदूरों के पास जल्द ही पहुंच सकता है. हालांकि रेस्क्यू के काम में लगातार चुनौतियां सामने आ रही है. इस बीच NHIDCL के निदेशक अंशू मनीष खलखो का कहना है कि हमने रेस्क्यू का काम जल्द से जल्द खत्म करने के लिए इंदौर से एक और मशीन मंगाई है, जो शनिवार सुबह तक यहां पहुंच जाएगी.
रेस्क्यू का छठा दिन- परिजनों की बढ़ी परेशानी
सुरंग में फंसे मजदूरों तक भले ही ऑक्सीजन, और खाना-पानी पहुंचाने की बात कही जा रही है लेकिन अब अंदर फंसे मजदूरों के परिवारवालों का धैर्य जवाब दे रहा है. हालांकि रेस्क्यू का काम लगातार जारी है. रेस्क्यू के दौरान मिट्टी धसने और भारी पत्थर आने से दिक्कतें हो रही हैं. एजेंसी के मुताबिक तमाम चुनौतियों के बावजूद बचाव दल ने मलबे में 24 मीटर तक ड्रिल करने में कामयाबी हासिल की है. यह एक अच्छी स्थिति है. बचाव दल जल्द से जल्द दूसरे छोर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. इसमें कामयाबी के लिए हर संभाव काम किया जा रहा है.
रोकना पड़ा ड्रिलिंग का काम
एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशू मनीष खलखो ने ये भी कहा कि फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए बचाव दल को लगभग 60 मीटर की दूरी तय करनी है. हमारी टीम ने पूरी रात एक भी सेकेंड गवाए बिना लगातार रात भर काम किया और इस तरह हम 25 मीटर की गहराई तक ड्रिल करने में कामयाबी हासिल कर सके. हालांकि, हमारी मशीन किसी मेटल के हिस्से से टकरा गई. जिसके बाद ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा. अधिकारियों ने ये भी कहा कि अब उनकी टीम गैस कटर का उपयोग करके उस मेटल को काटने का प्रयास कर रही है, ताकि आगे का रास्ता साफ किया जा सके.