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हांगकांग में एक 37 वर्षीय व्यक्ति जंगली बंदर के काटने के कारण एक दुर्लभ वायरस से संक्रमित हो गया है. यह व्यक्ति फिलहाल गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती है. बी-वायरस का यह हांगकांग में पहला मामला सामने आया है. अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (US Centers for Disease Control and Prevention) के आंकड़ों के अनुसार, 1932 से अब तक ऐसे 50 मामले सामने आए हैं. इस वायरस से संक्रमित होने वाला पहला ज्ञात व्यक्ति एक युवा डॉक्टर विलियम ब्रेब्नर था. पोलियोवायरस पर शोध करते समय उसे एक रीसस बंदर ने काट लिया था. हालांकि काटने का घाव तो भर गया, लेकिन बाद में उसे गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी हो गई, जिसके कारण रेस्पीरेटरी सिस्टम में गड़बड़ी हुई और 1932 में उसकी मौत हो गई.
क्या है बी-वायरस?
बी-वायरस एक तरह का हर्पीस वायरस है जो मुख्य रूप से रीसस बंदरों में पाया जाता है. इसे हर्पीस बी वायरस या मकाका हर्पीसविरस 1 (McHV-1) के नाम से भी जाना जाता है. यह वायरस आमतौर पर बंदरों में कोई लक्षण पैदा नहीं करता है, लेकिन अगर यह वायरस काटने, खरोंच या संक्रमित शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क के माध्यम से इंसानों में फैल जाए, तो यह गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं पैदा कर सकता है, जिसमें एन्सेफलाइटिस (दिमागी सूजन) भी शामिल है.
क्या बी-वायरस का संक्रमण जानलेवा है?
इंसानों में बी-वायरस का संक्रमण दुर्लभ है लेकिन जानलेवा भी हो सकता है. बुखार और सिरदर्द से लेकर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं और यहां तक कि मृत्यु तक इसके लक्षण देखे जा सकते हैं. अमेरिका में दर्ज 50 मामलों में से 21 लोगों की मौत हो चुकी है. अगर कोई व्यक्ति बी-वायरस के संपर्क में आता है, तो तुरंत एंटीवायरल दवाओं से इलाज शुरू करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा, जो लोग मैकाक बंदरों के साथ काम करते हैं या उन्हें संभालते हैं, उनके लिए एहतियाती उपाय लेना भी बेहद महत्वपूर्ण है. हांगकांग में सामने आया यह पहला मामला कथित तौर पर हांगकांग के कैम शान कंट्री पार्क में बंदरों के हमले का शिकार हुआ था.
क्या यह वायरस तेजी से फैलता है?
इंसानों के बीच इस वायरस का फैलना बहुत दुर्लभ है. अब तक सिर्फ एक ही मामला सामने आया है, जिसमें किसी संक्रमित व्यक्ति के घाव के सीधे संपर्क में आने से उसकी पत्नी भी इस वायरस से संक्रमित हो गई थी. अमेरिका के सीडीसी के अनुसार, अभी तक इंसानों के बीच फैलने का सिर्फ एक ही मामला दर्ज किया गया है.
बी-वायरस संक्रमण के लक्षण क्या हैं?
संक्रमण के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के एक महीने के अंदर दिखाई देते हैं, हालांकि कभी-कभी यह अवधि 3-7 दिन जितनी कम भी हो सकती है. संक्रमण के दौरान देखे जाने वाले सामान्य लक्षण हैं: बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, काटने के आसपास स्थानीय न्यूरोलॉजिकल लक्षण (जैसे दर्द, सुन्न होना, खुजली). इसके अलावा लिम्फैडेनाइटिस, लिम्फैंगाइटिस, मतली, उल्टी और पेट दर्द भी हो सकता है.